भारत जल्द ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में अपनी एक नई पहचान बनाने जा रहा है, जिसका नाम है ‘सर्वम AI’। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में घोषणा की है कि यह स्वदेशी AI चैटबॉट दिसंबर 2025 या जनवरी 2026 तक पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। यह कदम भारत के आत्मनिर्भर AI समाधानों की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है। मंत्री ने स्वयं सर्वम AI का उपयोग करने की इच्छा जताई है, जो स्वदेशी AI तकनीकों को बढ़ावा देने के सरकारी प्रयासों को दर्शाता है।
यह उन्नत AI चैटबॉट बेंगलुरु स्थित एक स्टार्टअप द्वारा विकसित किया जा रहा है। यह स्टार्टअप AI के क्षेत्र में नवीनतम शोध को व्यावहारिक और वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों में बदलने पर ध्यान केंद्रित करता है। पिछले अगस्त में, इस स्टार्टअप ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर पेश किया था जो व्यवसायों को टेक्स्ट के बजाय वॉयस के माध्यम से ग्राहकों से संवाद करने की सुविधा देता है। इस तकनीक को 10 भारतीय भाषाओं के डेटा पर प्रशिक्षित किया गया है, जिससे उपयोगकर्ता अपनी क्षेत्रीय भाषा में बातचीत कर सकेंगे।
जहां ChatGPT और Gemini जैसे वैश्विक AI चैटबॉट उपलब्ध हैं, वहीं सर्वम AI अपनी स्थानीय भारतीय भाषाओं के समर्थन के कारण अलग पहचान बनाएगा। यह विशेषता न केवल घरेलू उपयोगकर्ताओं के लिए इसे अत्यधिक प्रासंगिक बनाती है, बल्कि उन अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों के लिए भी आकर्षक बनाती है जो इन भाषाओं से परिचित हैं।
**सर्वम AI की विशेषताएं और क्षमताएं**
सर्वम AI को रियल-टाइम वॉयस बातचीत और नियमित कार्यों के स्वचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह भारत के जनरेटिव AI के अगले चरण के लिए एक परीक्षण मंच प्रदान करता है। सरकार इस स्टार्टअप के साथ मिलकर काम कर रही है।
इस वर्ष अप्रैल में, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सर्वम AI के साथ साझेदारी की। इस सहयोग का उद्देश्य जनरेटिव AI का उपयोग करके आधार सेवाओं को और अधिक स्मार्ट, तेज और सुरक्षित बनाना है। सर्वम AI आधार धारकों के लिए नामांकन और अद्यतन प्रक्रियाओं पर रियल-टाइम प्रतिक्रिया प्रदान करेगा। यह प्रमाणीकरण के दौरान किसी भी असामान्य गतिविधि को फ्लैग करेगा और संदिग्ध धोखाधड़ी के मामले में तुरंत अधिकारियों को सतर्क करेगा।
**भाषा समर्थन**
शुरुआत में, सर्वम AI वॉयस इंटरेक्शन और धोखाधड़ी का पता लगाने के लिए 10 भारतीय भाषाओं का समर्थन करेगा। इनमें हिंदी, अंग्रेजी, तेलुगु, तमिल, मराठी, गुजराती, कन्नड़, ओडिया, पंजाबी और मलयालम शामिल हैं। आने वाले महीनों में इस सूची का विस्तार करने की योजना है, जिससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भारत की स्थिति और मजबूत होगी। सर्वम AI स्थानीय भाषा समर्थन, रियल-टाइम वॉयस क्षमताओं और धोखाधड़ी का पता लगाने जैसी सुविधाओं के साथ, दैनिक जीवन में AI के साथ भारतीयों के इंटरैक्ट करने के तरीके को बदलने के लिए तैयार है।