बिहार में मतदाता सूची में संशोधन को लेकर विपक्ष चुनाव आयोग और बीजेपी पर निशाना साध रहा है। समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव ने मांग की है कि उन सांसदों को इस्तीफा देना चाहिए जो 65 लाख गलत वोटरों के आधार पर जीते हैं। चुनाव आयोग ने बिहार की मतदाता सूची से 65 लाख लोगों के नाम हटा दिए हैं।
यादव ने संसद में पेश पीएम-सीएम को हटाने वाले बिल को बीजेपी का ‘आखिरी हथकंडा’ बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार हर दिन धोखाधड़ी के लिए नए कानून लाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि एनडीए के सहयोगी भी इस बिल का समर्थन नहीं करेंगे।
वोटर लिस्ट में नामों को हटाने पर प्रतिक्रिया देते हुए, यादव ने कहा कि अगर वोटर लिस्ट में 65 लाख लोगों के नाम गलत हैं, तो जिन सांसदों के नाम इन्हीं वोटों से बने हैं, वे सही कैसे हो सकते हैं? उन्होंने चुनाव आयोग से इन सांसदों से इस्तीफा लेने और नए चुनाव कराने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अगर वोटर लिस्ट गलत थी, तो सांसदों का चुनाव भी गलत हुआ।