त्रिपुरा में आज नागरिक समाज द्वारा आहूत राज्यव्यापी बंद का असर देखा जा रहा है। इस बंद का मुख्य उद्देश्य ‘टिप्रसा समझौते’ को लागू करवाना है, जिसके लिए त्रिपुरा सिविल सोसाइटी ने अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर यह प्रदर्शन बुलाया है। मांगों में अवैध अप्रवासियों की पहचान और उनके लिए हर जिले में डिटेंशन कैंप की स्थापना प्रमुख है।
टिপ্রা Motha पार्टी (TMP) के विधायक रंजीत देबबर्मा ने इस आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए कहा कि यह बंद शांतिपूर्ण रहेगा और सभी समुदाय के लोग बिना किसी राजनीतिक मतभेद के इसमें शामिल होंगे। प्रदर्शनकारियों द्वारा राज्य भर में 25 स्थानों पर बैरिकेड्स लगाने की उम्मीद है।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि सभी सरकारी दफ्तर और उपक्रम सामान्य रूप से खुले रहेंगे। सूचना एवं सांस्कृतिक कार्य (ICA) विभाग द्वारा जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि कर्मचारियों को ड्यूटी पर उपस्थित होना अनिवार्य है। कर्मचारियों की उपस्थिति का विवरण सामान्य प्रशासन विभाग को जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।
हालांकि, स्कूलों, कॉलेजों, बैंकों और निजी दफ्तरों के बारे में अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। जैसे-जैसे दिन चढ़ेगा, इस संबंध में और अपडेट मिलने की उम्मीद है। शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए त्रिपुरा पुलिस ने पहले ही एहतियाती कदम उठा लिए हैं। पुलिस PRO राजदीप देब ने बताया कि सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने और किसी भी तरह की अशांति को रोकने के लिए आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं।






