वाराणसी के मंदिर शहर में रोपवे परियोजना के ट्रायल रन जोरों पर हैं। इस परियोजना को इस साल के अंत तक चालू करने की योजना है। हालाँकि परियोजना पहले ही विलंबित हो चुकी है, लेकिन प्रशासन ने अब कमर कस ली है और दिसंबर से संचालन शुरू करने का फैसला किया है। शहर में देश की पहली रोपवे परिवहन प्रणाली स्थापित होने जा रही है।
ट्रायल जुलाई में शुरू हुआ और इसकी परिचालन क्षमता का आकलन करने के लिए जारी है। इस अभ्यास का उद्देश्य सामने आने वाली किसी भी समस्या को रिकॉर्ड करके सेवा में सुधार करना है। पहले, समय सीमा 30 सितंबर थी, लेकिन तब तक कार्य पूरा करना संभव नहीं हो पाया। अब, नई समय सीमा दिसंबर तय की गई है।
रोपवे कैंट से शुरू होगा और गोदौलिया पर समाप्त होगा। इसमें पांच स्टेशन होंगे: वाराणसी कैंट, काशी विद्यापीठ, रथ यात्रा, गिरजा घर और गोदौलिया।
रोपवे सेवा लगभग 15 मिनट में दूरी तय करेगी, जिसमें आमतौर पर सड़क मार्ग से 45-50 मिनट लगते हैं। यह यात्रियों के लिए काफी समय बचाएगा।
यह परियोजना तेजी से पूरी की जा रही है ताकि सेवा दिसंबर में चालू हो सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2023 में इस परियोजना की आधारशिला रखी थी।