पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेले जा रहे एशेज टेस्ट के पहले दिन का खेल बेहद नाटकीय रहा, जहां तेज गेंदबाजों के कहर के चलते कुल 19 विकेट गिरे। एक चुनौतीपूर्ण पिच पर इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 172 रन बनाए, जिसका जवाब देने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम दिन का खेल समाप्त होने तक 9 विकेट खोकर 123 रन ही बना सकी। इस प्रकार, ऑस्ट्रेलिया अभी भी इंग्लैंड से 49 रन पीछे है और उसके पास केवल एक विकेट शेष है।

इंग्लैंड की ओर से मिचेल स्टार्क ने अपनी घातक गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए 7 विकेट चटकाए, जो उनके एशेज करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उन्होंने 32.5 ओवरों में इंग्लैंड की पूरी टीम को 172 रनों पर समेट दिया। स्टार्क ने शुरुआत से ही ऑस्ट्रेलियाई टीम को झटके दिए, जिसमें ज़ैक क्रॉली और जो रूट का खाता खोले बिना आउट होना शामिल था। हैरी ब्रुक ने 52 रनों की अर्धशतकीय पारी खेलकर टीम को कुछ हद तक संभाला, लेकिन उन्हें बाकी बल्लेबाजों का साथ नहीं मिला।
ऑस्ट्रेलियाई पारी की शुरुआत भी बेहद खराब रही। डेब्य़ूटेंट जेक वेदरल्ड और मार्नस लाबुशेन जल्दी पवेलियन लौट गए। इसके बाद स्टीव स्मिथ और उस्मान ख्वाजा भी ज्यादा देर नहीं टिक सके। लेकिन असली भूचाल तब आया जब इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने गेंदबाजी में मोर्चा संभाला। स्टोक्स ने तूफानी स्पेल में 6 ओवरों में सिर्फ 23 रन देकर 5 विकेट झटके। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई मध्य और निचले क्रम को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। कैमरन ग्रीन ने 24 और एलेक्स कैरी ने 26 रनों का योगदान दिया, लेकिन वे टीम को हार से नहीं बचा सके।
पहले दिन गिरे 19 विकेट एशेज इतिहास में पहले दिन गिरे सर्वाधिक विकेटों में से एक हैं, जो 1909 के बाद पहली बार हुआ है। इससे यह टेस्ट मैच और भी रोमांचक हो गया है, और दूसरे दिन का खेल काफी अहम होगा।





