भारतीय गेंदबाजों ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 200 ओवर तक गेंदबाजी की, और स्पिनर वाशिंगटन सुंदर ने इस प्रयास को ‘दिल को छू लेने वाला’ बताया। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में पिच से गेंदबाजों को खास मदद नहीं मिली, जो धीमी और नीची रही। सुंदर ने कहा कि ऐसी पिचों पर धैर्य रखना और लगातार सही जगहों पर गेंद फेंकना ही चुनौती होती है। उन्होंने टीम के सभी गेंदबाजों के प्रदर्शन की सराहना की, जिसमें तेज गेंदबाजों का प्रयास भी शामिल था।
सुंदर ने मैच के बाद कहा, “यह एक सामान्य दिल्ली की विकेट थी, जिसमें ज्यादा उछाल नहीं था और न ही ज्यादा टर्न मिल रहा था।” उन्होंने आगे कहा, “अलग-अलग जगहों पर पिचों का व्यवहार अलग होता है, और यही इस प्रारूप की खूबसूरती है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अलग-अलग परिस्थितियों में खेलना गेंदबाजों के कौशल को परखता है और टीम को उसके अनुसार ढलना होता है।
भारत ने पहली पारी में 518/5 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया था और फॉलो-ऑन के लिए मजबूर करने के बाद वेस्टइंडीज को 248 रनों पर ऑल आउट कर दिया था। फॉलो-ऑन में भी वेस्टइंडीज ने थोड़ी देर संघर्ष किया, लेकिन अंततः भारत को जीत के लिए 121 रनों का लक्ष्य मिला। चौथे दिन का खेल समाप्त होने पर भारत ने 63/1 रन बना लिए थे और जीत से केवल 58 रन दूर था, जिससे भारत के 2-0 से सीरीज जीतने की उम्मीदें प्रबल थीं।







