एशिया कप 2025 के फाइनल में भारत और पाकिस्तान की टीमें भिड़ने के लिए तैयार हैं. टूर्नामेंट के 41 साल के इतिहास में पहली बार दोनों टीमें खिताबी मुकाबले में आमने-सामने होंगी. इस ऐतिहासिक फाइनल से पहले दोनों टीमों को एक ही चिंता सता रही है: कप्तान कब रन बनाएंगे? एशिया कप 2025 में यह समस्या सिर्फ भारत-पाकिस्तान के कप्तानों तक सीमित नहीं रही, बल्कि लगभग सभी टीमों के कप्तानों का प्रदर्शन संघर्षपूर्ण रहा है, लेकिन फाइनल में भारत-पाकिस्तान के बीच मुकाबले के कारण, कप्तानों पर सवाल उठ रहे हैं.
बांग्लादेश के कप्तान लिटन दास ने 4 पारियों में 29.75 की औसत और 129.34 की स्ट्राइक रेट से 119 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक शामिल है. श्रीलंका के कप्तान चरित असालंका ने 5 पारियों में 17.50 की औसत और 134.61 की स्ट्राइक रेट से 70 रन बनाए. वहीं, जाकिर अली भी 2 पारियों में 9 रन ही बना सके.
भारत और पाकिस्तान के कप्तानों की बात करें तो सूर्यकुमार यादव ने 4 पारियों में 29.50 की औसत और 111.12 की स्ट्राइक रेट से 59 रन बनाए. पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा का प्रदर्शन और भी खराब रहा, जिन्होंने 6 पारियों में 12.80 की औसत और 78.04 की स्ट्राइक रेट से केवल 64 रन बनाए.
पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर शोएब मलिक ने कप्तानों के खराब प्रदर्शन पर अपनी राय दी है. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं लगता कि यह प्रदर्शन कप्तानी के दबाव के कारण हुआ है. शोएब का मानना है कि कप्तानों का प्रदर्शन ओवर कॉन्फिडेंस की वजह से गिरा है.