विवाद पहले भी हुए, तनाव भी रहा, टकराव भी देखा गया और विरोध भी कई बार हुआ। भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी क्रिकेट मैच हुआ है, ये सब कुछ देखने को मिला है। लेकिन 14 सितंबर को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच को लेकर जैसा माहौल है, वैसा शायद ही इस सदी में दूसरी बार देखा गया हो। पुलवामा आतंकी हमले और फिर 4 दिन की जंग के कारण इस बार एशिया कप में होने वाले भारत-पाकिस्तान मैच का विरोध बहुत ही आक्रामक और तेज है। हालांकि, विरोध और बहिष्कार की आवाजों के बीच दोनों टीमें मुकाबले के लिए उतर रही हैं और इस बार मुकाबला तनावपूर्ण हो सकता है।
दोनों टीमें एक अलग स्तर पर
विभिन्न विवादों और पाकिस्तान को बैन करने या एशिया कप 2025 का बहिष्कार करने की मांग के बावजूद, भारत को उसी टीम के साथ ग्रुप ए में रखा गया था, जो पिछले कई सालों से हर टूर्नामेंट में होता आ रहा है। दोनों टीमें अलग-अलग परिस्थितियों और प्रदर्शन के साथ इस मुकाबले में उतरेंगी। जहां भारतीय टीम ने पिछले साल टी20 विश्व कप जीता और नए खिलाड़ियों के आने के बावजूद अपना दबदबा बनाए रखा, वहीं पाकिस्तानी टीम उस विश्व कप में शर्मनाक हार के बाद लगातार संघर्ष कर रही है और प्रदर्शन में भी कोई खास सुधार नहीं हुआ है।
हालांकि, इस टूर्नामेंट में दोनों ने पहले ही मैच में शानदार जीत दर्ज की। टीम इंडिया ने अपने पहले मैच में यूएई को सिर्फ 57 रन पर आउट कर दिया और 27 गेंदों में 9 विकेट से जीत हासिल की। वहीं पाकिस्तान ने भी अपने पहले मैच में ओमान को 93 रन से हराया। पाकिस्तान ने इस मुकाबले में अपने स्पिनरों के दम पर ओमान को सिर्फ 67 रन पर समेटा, लेकिन इससे पहले 160 रन का स्कोर बनाते समय उसके पसीने छूट गए थे। ओमान जैसी टीम के खिलाफ भी पाकिस्तानी बल्लेबाजी की पोल खुल गई थी। ऐसे में जसप्रीत बुमराह, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती और हार्दिक पंड्या जैसे गेंदबाजों के सामने पाकिस्तानी बल्लेबाजी कितना टिक पाएगी, यह कहना मुश्किल है।
टी20 में टीम इंडिया का पलड़ा भारी
दोनों टीमों के रिकॉर्ड की बात करें तो भारत और पाकिस्तान के बीच टी20 फॉर्मेट में टीम इंडिया का पलड़ा भारी है। दोनों टीमों के बीच पहला मैच 2007 के टी20 विश्व कप में खेला गया था, जो टाई रहा था और फिर बॉल आउट में भारत ने वो मुकाबला जीता था। तब से लेकर 2024 टी20 विश्व कप में खेले गए पिछले मुकाबले तक भारत और पाकिस्तान का 13 बार आमना-सामना हुआ है, जिसमें से 10 बार टीम इंडिया ने ही बाजी मारी है। पाकिस्तान को सिर्फ 3 बार जीत मिली है। इन 3 में से भी पाकिस्तान की दो जीत पिछले 4 सालों में आई है। संयोग से, पाकिस्तान ने आखिरी बार भारत को इस फॉर्मेट में एशिया कप 2022 में ही हराया था।
प्लेइंग इलेवन की बात करें तो, सबसे ज्यादा उत्सुकता इसी को लेकर है। इसकी खास वजहें भी हैं। दोनों टीमें इस टूर्नामेंट में अपने-अपने पहले मैच दुबई के मैदान पर ही खेली थीं। भारत ने यूएई के खिलाफ जिस तरह की प्लेइंग इलेवन उतारी थी, बिल्कुल वैसी ही प्लेइंग 11 पाकिस्तान ने ओमान के खिलाफ उतारी थी। दोनों टीमों ने एक प्रमुख तेज गेंदबाज (जसप्रीत बुमराह और शाहीन शाह अफरीदी) को प्लेइंग 11 में जगह दी थी, जबकि दूसरे सीमर की भूमिका ऑलराउंडर (हार्दिक पंड्या और फहीम अशरफ) ने निभाई थी। दोनों तरफ से असली कमाल स्पिनरों ने दिखाया था। ऐसे में क्या भारत-पाकिस्तान एक-दूसरे के खिलाफ भी यही रणनीति अपनाएंगे, यह सबसे रोचक होगा।
टिकटों की बिक्री भी बनी सिरदर्द
मैच से जुड़े विवाद की बात करें तो भारत में कई राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन लगातार इस मुकाबले का विरोध कर रहे हैं। कोई सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन का ऐलान कर चुका है, जबकि सोशल मीडिया पर कई मशहूर हस्तियां और इंफ्लुएंसर भी पाकिस्तान के खिलाफ इस मुकाबले को न देखने का ऐलान कर चुके हैं। वहीं दुबई में एक अलग समस्या ने आयोजकों की मुश्किलें बढ़ाई हैं। पिछले कई सालों में शायद यह पहला ही मौका है, जब भारत-पाकिस्तान मैच के टिकट कई दिनों पहले ही पूरी तरह बिक नहीं गए। मैच से 2 दिन पहले तक भी 50 प्रतिशत टिकट ही बिकने की खबरें आई हैं। इसकी वजह बहिष्कार से ज्यादा टिकटों की कीमत बताई जा रही है और ऐसे में दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में कई सीटें इस बार खाली दिख सकती हैं।