एशेज सीरीज को लेकर इंग्लैंड की तैयारियां जोरों पर हैं, और दुनिया के नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज जो रूट पर सबकी निगाहें टिकी हैं। ऑस्ट्रेलिया में अपने पहले शतक का इंतजार कर रहे रूट के लिए यह सीरीज करियर को नई दिशा देने वाली साबित हो सकती है। पूर्व तेज गेंदबाज स्टीव हार्मिसन को पूरा विश्वास है कि रूट इस बार ऑस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन करेंगे और उनका औसत 150 से ऊपर रहेगा। हार्मिसन ने यह भी भविष्यवाणी की है कि इंग्लैंड यह सीरीज 3-1 से जीतेगा, क्योंकि वर्तमान टीम निडर है और ऑस्ट्रेलिया को कड़ी चुनौती देने के लिए तैयार है।
जो रूट, जो टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, ऑस्ट्रेलिया की धरती पर एक अनूठी चुनौती का सामना कर रहे हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अब तक 14 टेस्ट खेले हैं, लेकिन एक भी शतक नहीं बना पाए हैं और न ही कोई जीत हासिल की है। इंग्लैंड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका रिकॉर्ड असाधारण रहा है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की तेज पिचों और आक्रामक गेंदबाजी का सामना करना उनके लिए हमेशा मुश्किल रहा है। यह दौरा रूट के लिए न केवल शतक का सूखा खत्म करने का मौका है, बल्कि तेंदुलकर के रिकॉर्ड की ओर कदम बढ़ाते हुए खुद को महानतम खिलाड़ियों में शुमार करने का भी अवसर है।
पूर्व अंग्रेजी तेज गेंदबाज स्टीव हार्मिसन पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि रूट इस बार बाजी पलटने के लिए तैयार हैं। उनका मानना है कि रूट की वर्तमान फॉर्म और मानसिक स्थिति इस सीरीज में एक बड़ी सफलता के लिए एकदम सही है। हार्मिसन ने फॉक्स स्पोर्ट्स से कहा, ‘लोग दो साल से मुझसे कह रहे हैं कि जो रूट ऑस्ट्रेलिया आकर 50 का औसत बनाएंगे। ऐसा नहीं है। मुझे लगता है कि वह 150 का औसत बनाने आ रहे हैं।’
हार्मिसन का इंग्लैंड पर विश्वास: 3-1 से जीत की भविष्यवाणी
स्टीव हार्मिसन ने इंग्लैंड की टीम की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत की संभावनाओं पर भी गहरा विश्वास जताया है। उन्होंने इंग्लैंड के युवा, निडर खिलाड़ियों और ऑस्ट्रेलियाई टीम के प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपस्थिति को ऐसे कारक बताया हैं जो सीरीज का रुख इंग्लैंड के पक्ष में मोड़ सकते हैं। हार्मिसन ने कहा, ‘मैं इंग्लैंड का समर्थन कर रहा हूं, शायद 3-1 से। वे ऑस्ट्रेलिया आकर उन्हें कड़ी टक्कर देंगे और जो रूट का यह उनके सबसे शानदार सीरीज में से एक होगा। मुझे इतना भरोसा है कि इंग्लैंड जीतेगा। जिस मानसिकता के साथ जो रूट खेल रहे हैं और पैट कमिंस का न होना, मैं कहूंगा कि ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में शुरुआती 15-20 गेंदें जो रूट के लिए थोड़ी मुश्किल होती हैं, लेकिन उसके बाद वह लगातार रन बनाते रहते हैं। इंग्लैंड ऑस्ट्रेलिया से नहीं डरता। मुझे नहीं लगता कि अब दुनिया में कहीं भी डर है, जिस तरह से युवा खिलाड़ी खेलते हैं।’