एशिया कप से पहले पाकिस्तान की टीम यूएई और अफगानिस्तान के खिलाफ ट्राई सीरीज खेल रही है। इस सीरीज में पाकिस्तान की टीम को अफगानिस्तान के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। 2 सितंबर को हुए मुकाबले में अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को 18 रनों से हराया। अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 169 रन बनाए, जिसके जवाब में पाकिस्तान 151 रन ही बना पाया। इस हार के बाद पाकिस्तान के बल्लेबाजों की कमजोरियां उजागर हो गई। सबसे बड़ी चिंता का विषय है ‘जीरो’ का आंकड़ा, जिस पर सवाल उठ रहे हैं।
शारजाह के मैदान पर पाकिस्तान का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। अफगानी स्पिनर्स के सामने पाकिस्तानी बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आए। 8वें ओवर से लेकर 17वें ओवर तक पाकिस्तान का प्रदर्शन उम्मीद से भी खराब रहा। पाकिस्तान ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 7.3 ओवर तक 9 चौके-छक्के लगाए, लेकिन इसके बाद 17वें ओवर तक एक भी बाउंड्री नहीं लगाई। यानी 74 गेंदों तक पाकिस्तान के बल्ले से एक भी बाउंड्री नहीं निकली। यह ‘जीरो’ पाकिस्तानी बल्लेबाजी की कमजोरी को दर्शाता है और एशिया कप से पहले यह एक गंभीर चिंता का विषय है।
अगर पाकिस्तान अफगानिस्तान के खिलाफ 74 गेंदों में एक भी बाउंड्री नहीं लगा पाया, तो भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ उसके बल्लेबाजों का क्या होगा? पाकिस्तानी बल्लेबाज स्पिनर्स के खिलाफ फंसते हैं, यह बात स्पष्ट हो चुकी है। मोहम्मद रिजवान और बाबर आजम की अनुपस्थिति में बल्लेबाजी और भी कमजोर लग रही है। एशिया कप में भारत ही नहीं, श्रीलंका और अफगानी स्पिनर्स भी पाकिस्तानी बल्लेबाजों को परेशान करेंगे। एशिया कप 9 सितंबर से शुरू हो रहा है। भारतीय टीम 4 सितंबर को यूएई पहुंचेगी। 14 सितंबर को भारत-पाकिस्तान के बीच हाई-प्रोफाइल मुकाबला होगा।