रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) IPL 2025 रिटेंशन की समय सीमा पर अपने 17 खिलाड़ियों को बनाए रखने के फैसले को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही है। इस फेहरिस्त में तेज गेंदबाज यश दयाल का नाम भी शामिल है, जिन पर गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं। फैंस ने सोशल मीडिया पर फ्रेंचाइजी के इस निर्णय पर कड़ी आपत्ति जताई है।

यश दयाल के खिलाफ दो आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से एक मामला यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा (POCSO) अधिनियम के तहत है। इस वजह से, उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) ने उन्हें UPT20 लीग में खेलने से निलंबित भी कर दिया था। इसके बावजूद RCB का उन्हें रिटेन करना फैंस को रास नहीं आ रहा है।
एक X (पूर्व में ट्विटर) यूजर ने लिखा, “यश दयाल, जिन पर POCSO का केस चल रहा है और जिन पर कई महिलाओं ने दुराचार का आरोप लगाया है, उन्हें RCB ने रिटेन कर लिया है। वहीं, उनकी राज्य टीम UP ने इन आरोपों के कारण उन्हें पहले ही ड्रॉप कर दिया था। RCB शर्मनाक है।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “विराट के इर्द-गिर्द केंद्रित एक टीम, जो क्लब का चेहरा रहा है, यह विडंबनापूर्ण है कि यश दयाल जैसे खिलाड़ी को अभी भी स्क्वाड में जगह मिलती है!!! RCB का यह कदम शर्मनाक है।”
यश दयाल पर जयपुर पुलिस ने FIR दर्ज की है, जिसमें एक नाबालिग से बलात्कार का आरोप है। उत्तर प्रदेश के 27 वर्षीय क्रिकेटर पर हाल ही में ग़ाज़ियाबाद की एक महिला ने भी यौन शोषण का आरोप लगाया था, जिसने दावा किया कि यश दयाल ने पांच साल के रिश्ते के दौरान शादी का वादा करके उसके साथ दुराचार किया।
जयपुर के सदर पुलिस स्टेशन के SHO अनिल जैमन ने बताया कि FIR POCSO अधिनियम के तहत दर्ज की गई है। उन्होंने कहा, “यश दयाल के खिलाफ POCSO (यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा) अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं के तहत बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है।”
जैमन के अनुसार, पीड़िता का आरोप है कि क्रिकेटर ने 2023 में तब बलात्कार किया जब वह 17 साल की थी, और इसी तरह का हमला इस साल अप्रैल में सितापुरा इलाके के एक होटल में हुआ। पुलिस मामले की जांच कर रही है।






