पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए मोहम्मद रिजवान को वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया है। उनकी जगह अब तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी को नया कप्तान नियुक्त किया गया है। यह फैसला सोमवार देर रात लिया गया, जिसने पाकिस्तान क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है।
**पीसीबी का अचानक नेतृत्व परिवर्तन**
पीसीबी का यह कदम बाबर आजम को कप्तानी से हटाने के करीब एक साल बाद आया है। रिजवान को पिछले साल ही वनडे कप्तान बनाया गया था। वहीं, शाहीन अफरीदी, जिन्हें हाल ही में टी20ई कप्तानी से हटाया गया था, अब 50 ओवर के प्रारूप में टीम का नेतृत्व करेंगे। नेतृत्व में इस अचानक बदलाव ने बोर्ड की निर्णय लेने की प्रक्रिया और नेतृत्व रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
**माइक हेसन का बड़ा हाथ?**
कई रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान के व्हाइट-बॉल कोच माइक हेसन इस फैसले के पीछे मुख्य व्यक्ति थे। रिजवान के साथ केवल एक श्रृंखला में काम करने के बावजूद, हेसन ने कथित तौर पर चयन समिति और पीसीबी सलाहकार बोर्ड के सदस्यों के साथ मिलकर इस बदलाव को आगे बढ़ाया। इनमें पूर्व कप्तान मिस्बाह-उल-हक और सरफराज अहमद के साथ-साथ हाई-परफॉरमेंस निदेशक आकिब जावेद भी शामिल बताए जा रहे हैं। पीसीबी के सूत्रों का कहना है कि हेसन की सिफारिश ही इस्लामाबाद में आंतरिक चर्चाओं के बाद रिजवान की बर्खास्तगी का ‘स्प्रिंगबोर्ड’ बनी।
**धार्मिक प्रभाव और ड्रेसिंग रूम की असहजता**
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि पीसीबी के कुछ सदस्य रिजवान के टीम चर्चाओं में धार्मिक प्रभाव को लेकर असहज थे। विकेटकीपर-बल्लेबाज कथित तौर पर टीम होटलों में उपदेश आयोजित करते थे और खिलाड़ियों को पांच बार नमाज पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते थे। एक पीसीबी सूत्र ने बताया, “पीसीबी में कुछ लोग रिजवान द्वारा क्रिकेट चर्चाओं में धर्म को बहुत अधिक शामिल करने को लेकर चिंतित थे, जिससे कुछ खिलाड़ी असहज महसूस कर रहे थे।”
**सट्टेबाजी से जुड़े स्पॉन्सरशिप का विरोध**
हालांकि, एक अलग रिपोर्ट एक और कारण की ओर इशारा करती है – सट्टेबाजी कंपनियों को बढ़ावा देने से रिजवान का इनकार। माना जा रहा है कि विकेटकीपर बल्लेबाज ने पीसीबी अधिकारियों को सूचित कर दिया था कि वह सट्टेबाजी से जुड़े ब्रांडों का समर्थन या प्रचार नहीं करेंगे, जिससे बोर्ड के प्रायोजकों के साथ उनका टकराव हुआ। पीसीबी के एक सूत्र ने कहा, “रिजवान सट्टेबाजी कंपनियों के साथ पीसीबी के सहयोग के खिलाफ थे, और यह अधिकारियों को पसंद नहीं आया।”
**रिजवान की कप्तानी का रिकॉर्ड**
रिजवान ने 20 वनडे मैचों में पाकिस्तान की कप्तानी की, जिसमें 9 जीते और 11 हारे। उनके कार्यकाल में मिश्रित परिणाम देखे गए, जिसमें चैंपियंस ट्रॉफी में निराशाजनक प्रदर्शन और न्यूजीलैंड तथा वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला हार शामिल थी। उनके मध्यम सफलता दर के बावजूद, कई प्रशंसकों और पूर्व खिलाड़ियों ने उनकी बर्खास्तगी के समय और कारणों पर सवाल उठाए हैं, इसे क्रिकेटिंग योग्यता पर आंतरिक राजनीति का शिकार माना जा रहा है।
**शाहीन अफरीदी की नई चुनौती**
अब शाहीन अफरीदी के नेतृत्व में, पाकिस्तान की वनडे टीम एक और परिवर्तन के दौर से गुजर रही है। युवा तेज गेंदबाज पर गेंदबाज़ी से नेतृत्व करने और पीसीबी के ऑफ-फील्ड निर्णयों पर बढ़ते सवालों के बीच टीम का मनोबल फिर से बनाने की दोहरी जिम्मेदारी होगी।