पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के कारणों पर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि टेस्ट क्रिकेट मानसिक और शारीरिक रूप से कितना चुनौतीपूर्ण होता है।
रोहित ने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट के लिए आपको मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार रहना होता है, क्योंकि इसमें लंबे समय तक मैदान पर टिके रहना पड़ता है। यह बहुत थका देने वाला होता है, लेकिन हम सभी फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलकर ही बड़े हुए हैं। क्लब क्रिकेट में भी मैच दो-तीन दिन चलते थे, जिससे हमें छोटी उम्र से ही इसकी आदत हो गई।’
उन्होंने आगे कहा कि एकाग्रता टेस्ट क्रिकेट में सबसे महत्वपूर्ण चीज है। रोहित ने अपने टेस्ट करियर में 67 मैच खेले, जिसमें 40.57 की औसत से 4301 रन बनाए। उनके नाम 12 शतक और 18 अर्धशतक भी हैं।
रोहित ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम की हार के बाद टेस्ट क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया था।