ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में तीसरे वनडे में भारत की शानदार जीत के बाद, कप्तान रोहित शर्मा ने अपने संन्यास की अटकलों पर विराम लगा दिया है। रवि शास्त्री के “दो बूढ़े कुत्ते” वाले मजाकिया बयान पर रोहित ने एक सीधा और प्रभावी जवाब दिया, जिसमें उन्होंने विराट कोहली के साथ अपनी मंशा स्पष्ट की।
**रोहित और कोहली का सिडनी में दमदार प्रदर्शन**
इस मैच में रोहित और कोहली दोनों पर काफी दबाव था। एडिलेड में 73 रनों की पारी के बावजूद रोहित पर निगाहें थीं, जबकि कोहली पहले दो वनडे में लगातार शून्य पर आउट होने के कारण आलोचना का सामना कर रहे थे। हालांकि, दोनों दिग्गजों ने चैंपियन की तरह वापसी की और साबित कर दिया कि वे अभी भी भारत की सफेद गेंद की क्रिकेट के सबसे भरोसेमंद जोड़ी हैं।
रोहित ने 125 गेंदों पर 13 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 121 रनों की बेहतरीन पारी खेली, जबकि कोहली ने 81 गेंदों पर 74 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली। दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिए 168 रनों की अटूट साझेदारी हुई, जिसने भारत को 237 रनों का लक्ष्य आसानी से हासिल करने में मदद की। भारत ने 69 गेंदें शेष रहते जीत दर्ज की।
**रवि शास्त्री का ‘बूढ़े कुत्ते’ वाला बयान और रोहित का तीखा जवाब**
जीत के बाद, रवि शास्त्री ने एडम गिलक्रिस्ट के साथ बातचीत में रोहित से एक चुटीला सवाल पूछा, “लेकिन तुम दोनों बूढ़े कुत्तों में अभी भी दम बाकी है।” इस पर रोहित और कोहली दोनों मुस्कुराए। रोहित ने शांत और आत्मविश्वास से जवाब दिया, “लगता तो है, हाँ। हमें क्रिकेट खेलना पसंद है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि चाहे हमने कितनी भी उपलब्धियां हासिल की हों, जब भी खेलने का मौका मिले, हमें तरोताजा शुरुआत करनी चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा, “जब हम पर्थ आए तो मैंने यही किया। पिछले 15-17 सालों को भूल जाओ। मैं तरोताजा शुरुआत करना चाहता था, और मैं व्यक्तिगत रूप से खेले गए सभी खेलों को इसी तरह देखता हूं। मुझे यकीन है कि विराट के लिए भी ऐसा ही होगा। हमने इन तीन मैचों का आनंद लिया।”
रोहित के इन शब्दों ने यह संकेत दिया कि संन्यास अभी उनके दिमाग में नहीं है और 2027 का वनडे विश्व कप उनके और कोहली दोनों के लिए एक यथार्थवादी लक्ष्य हो सकता है।
**रोहित का शानदार सीरीज प्रदर्शन और हर्षित राणा का यादगार स्पेल**
रोहित को इस वनडे सीरीज में ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ चुना गया, जिसमें उन्होंने तीन मैचों में 202 रन बनाए। सिडनी में उनका शांत नेतृत्व और बल्लेबाजी की कुशलता भारत के क्लीनिकल प्रदर्शन का प्रतीक थी।
भारत की जीत की नींव हर्षित राणा ने रखी, जिन्होंने 39 रन देकर 4 विकेट झटके और ऑस्ट्रेलिया के मध्य क्रम को ध्वस्त कर दिया। हालांकि भारत ने यह वनडे जीता, लेकिन सीरीज 2-1 से ऑस्ट्रेलिया के नाम रही, क्योंकि भारत ने पहले दो मैच गंवा दिए थे।
**टीम इंडिया का अगला पड़ाव**
वनडे सीरीज के समापन के साथ, भारतीय टीम अब 29 अक्टूबर से शुरू होने वाली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20I सीरीज पर ध्यान केंद्रित करेगी।
रोहित का फॉर्म, कोहली की रन वापसी, और युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा का उभरना, ये सभी बातें टीम इंडिया को आगामी अभियानों के लिए सकारात्मक गति प्रदान करती हैं। यह 2027 विश्व कप की संभावित टीम की एक झलक भी हो सकती है।







