भारतीय क्रिकेट टीम टेस्ट फॉर्मेट में बदलाव के दौर से गुजर रही है। विराट कोहली, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गजों के संन्यास के बाद नए खिलाड़ियों को मौके दिए जा रहे हैं। हर जगह के लिए कई खिलाड़ी दावा ठोक रहे हैं, ऐसे में सुदर्शन को मिले मौके का फायदा उठाना होगा।
अहमदाबाद में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में साई सुदर्शन 7 रन बनाकर आउट हो गए। यह उनका चौथा टेस्ट मैच था और 7वीं पारी थी, जिसमें वह असफल रहे। उन्होंने जून-जुलाई में इंग्लैंड दौरे पर डेब्यू किया था और अब तक 7 पारियों में 21 की औसत से केवल 147 रन बनाए हैं, जिसमें एक अर्धशतक शामिल है।
यह आंकड़े टीम इंडिया के लिए चिंताजनक हैं और सुदर्शन के लिए भी परेशानी का सबब हैं। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में नए होने के बावजूद, उन्हें अब बेहतर प्रदर्शन करना होगा। टीम मैनेजमेंट ज्यादा समय तक ऐसे प्रदर्शन को बर्दाश्त नहीं करेगा। टीम में प्रतिभाशाली विकल्पों की कमी भी नहीं है।
अगर अगली सीरीज में भी सुदर्शन असफल होते हैं, तो साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाली सीरीज से उनका नाम कट सकता है।