भारत और श्रीलंका के बीच एशिया कप का मैच बेहद रोमांचक रहा, जिसमें टीम इंडिया ने सुपर ओवर में जीत हासिल की। दोनों टीमों ने इस मुकाबले में 200 से अधिक रन बनाए, लेकिन 40 ओवरों के बाद भी नतीजा नहीं निकल सका, जिसके कारण सुपर ओवर खेला गया। श्रीलंका की टीम सुपर ओवर में सिर्फ 2 रन ही बना सकी। सुपर ओवर के दौरान श्रीलंका की बल्लेबाजी में एक हैरान करने वाली घटना घटी, जब दोनों फील्ड अंपायरों ने बल्लेबाज को आउट करार दिया, फिर भी वह पवेलियन नहीं लौटा। इस खिलाड़ी को ICC के एक नियम ने बचाया।
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में हुए इस मुकाबले में, सुपर ओवर की चौथी गेंद पर श्रीलंका के बल्लेबाज दासुन शनाका को अर्शदीप सिंह की गेंद पर कैच आउट करार दिया गया। इस बीच, संजू सैमसन ने शानदार थ्रो से डायरेक्ट हिट के साथ स्टंप्स उड़ा दिए। तभी दूसरे अंपायर ने दासुन शनाका को रन आउट करार दिया। हालांकि, दासुन शनाका ने रिव्यू लिया और सभी को चौंका दिया।
दरअसल, दासुन शनाका ने कैच आउट के खिलाफ रिव्यू लिया और अल्ट्राएज तकनीक से पता चला कि गेंद और बल्ले के बीच कोई संपर्क नहीं था, जिससे कैच आउट का फैसला पलट गया। इसके साथ ही, संजू सैमसन के रन आउट को भी वैध नहीं माना गया। अंपायर गाजी सोहेल ने रन आउट से पहले ही दासुन शनाका को कैच आउट दे दिया था। जब भी मैच में अंपायर कोई फैसला देता है तो उसके बाद गेंद डेड बॉल मानी जाती है, और डेड बॉल पर न तो विकेट मिलता है और न ही रन जोड़े जाते हैं।
ICC का यह नियम दासुन शनाका के लिए वरदान साबित हुआ। अंपायर गाजी सोहेल ने भी भारतीय टीम को नियम समझाते हुए बताया कि एक बार आउट का फैसला होने और रिव्यू लिए जाने पर गेंद डेड हो जाती है, इसलिए शनाका रनआउट से बच गए। इस घटना ने सभी को हैरान कर दिया। अगर अर्शदीप ने कैच की अपील नहीं की होती, तो शनाका और उनके जोड़ीदार पिच के बीच में फंस जाते, और श्रीलंका की पारी सुपर ओवर में खत्म हो सकती थी। लेकिन श्रीलंका को इसका कोई फायदा नहीं मिला, क्योंकि दासुन शनाका अगली ही गेंद पर आउट हो गए।