ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ आगामी 2 मैचों की सीरीज के लिए, बीसीसीआई ने श्रेयस अय्यर को इंडिया ए टीम की कमान सौंपी। भारतीय टेस्ट टीम से बाहर चल रहे अय्यर के लिए यह वापसी का एक महत्वपूर्ण अवसर था। हालांकि, कप्तानी मिलने के तुरंत बाद, उनका बल्ला शांत हो गया। दलीप ट्रॉफी 2025 में वेस्ट जोन के लिए खेलते हुए, अय्यर सेमीफाइनल की दूसरी पारी में भी असफल रहे और केवल 14 गेंदों में आउट हो गए। वेस्ट जोन ने हार से तो बचाव किया, लेकिन वे फाइनल में पहुंचने से चूक गए।
बेंगलुरु में खेले गए सेमीफाइनल मैच में वेस्ट जोन की बल्लेबाजी दोनों पारियों में कमजोर रही। पहली पारी में ऋतुराज गायकवाड़ ने एक यादगार शतक बनाकर टीम को मुकाबले में बनाए रखा, लेकिन दूसरी पारी में वह भी प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर सके। टेस्ट टीम में वापसी की उम्मीद कर रहे अय्यर इस मैच की दोनों पारियों में नाकाम रहे। पहली पारी में अय्यर केवल 25 रन बनाकर पवेलियन लौट गए, जबकि दूसरी पारी में भी उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा।
रविवार, 7 सितंबर को मैच के अंतिम दिन, सेंट्रल जोन ने अपनी पहली पारी 600 रनों के बड़े स्कोर के साथ समाप्त की और वेस्ट जोन पर 162 रनों की बढ़त हासिल कर फाइनल में जगह बनाई। दूसरी पारी में वेस्ट जोन के बल्लेबाजों से कुछ दमदार प्रदर्शन की उम्मीद थी और युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल ने कुछ योगदान दिया। पहली पारी की विफलता के बाद जायसवाल ने इस पारी में अर्धशतक बनाया, लेकिन अन्य बल्लेबाज ऐसा नहीं कर सके।
इस पारी में, वेस्ट जोन ने कुछ ऐसे बल्लेबाजों को भी मौका दिया जो प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं थे, क्योंकि उनका फाइनल में पहुंचना पहले ही तय हो गया था। अय्यर 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे। इस नंबर पर भी, वह कुछ खास नहीं कर सके और 14 गेंदों में केवल 12 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। जब वेस्ट जोन ने 8 विकेट खोकर 216 रन बना लिए थे, तब दोनों टीमों ने मैच को ड्रॉ पर समाप्त करने पर सहमति जताई। इस प्रकार, रजत पाटीदार की कप्तानी में सेंट्रल जोन ने फाइनल में अपनी जगह बनाई, जहाँ उनका मुकाबला साउथ जोन से होगा।