एशिया कप 2025 में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत 10 सितंबर को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के खिलाफ करेगी, जबकि 14 सितंबर को पाकिस्तान के साथ उसका मुकाबला होगा। इससे पहले, टीम इंडिया दुबई के ICC अकादमी में कड़ी मेहनत कर रही है। खबरों के अनुसार, 6 सितंबर को टीम के खिलाड़ियों का ब्रोंको टेस्ट लिया गया, जिसका उद्देश्य उनकी फिटनेस का आकलन करना था। हालांकि, इस टेस्ट का टीम चयन से कोई लेना-देना नहीं है। पहले यह टेस्ट बेंगलुरु के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (COE) में आयोजित होने वाला था, लेकिन कुछ कारणों से ऐसा नहीं हो सका।
RevSportz की रिपोर्ट के अनुसार, 6 सितंबर को दुबई में टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने ब्रोंको टेस्ट दिया। इस टेस्ट में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, वरुण चक्रवर्ती, रिंकू सिंह, अर्शदीप सिंह सहित कई खिलाड़ियों को देखा गया। हालांकि, टेस्ट में कौन पास हुआ और कौन फेल, इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है।
इससे पहले, 5 सितंबर को टीम इंडिया ने अपना पहला प्रैक्टिस सेशन किया था। यह टेस्ट टीम चयन प्रक्रिया का हिस्सा नहीं है, बल्कि केवल फिटनेस का आकलन है। इससे पहले, इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले टीम इंडिया के कुछ खिलाड़ियों ने बेकेनहैम में तैयारी शिविर के दौरान यह टेस्ट दिया था, जिसमें भारतीय टीम ने 2-2 से सीरीज बराबर की थी।
ब्रोंको टेस्ट का सुझाव स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच एड्रियन ली रॉक्स ने दिया था, जिसे हेड कोच गौतम गंभीर ने स्वीकार किया था। इस टेस्ट का उद्देश्य खिलाड़ियों की फिटनेस को बेहतर बनाना है। इस टेस्ट में एक खिलाड़ी को 20 मीटर शटल दौड़ से शुरुआत करनी होती है, फिर 40 मीटर और 60 मीटर की दौड़ होती है। इन सबको मिलाकर एक सेट बनाया जाता है। एक क्रिकेटर से बिना रुके ऐसे पांच सेट (कुल 1200 मीटर) की उम्मीद की जाती है, जिसे 6 मिनट के भीतर पूरा करना होता है।