रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के मेगा ऑक्शन से पहले अपने स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को रिलीज करने के फैसले पर आखिरकार अपनी बात रखी है। RCB के क्रिकेट डायरेक्टर मो बोबाट ने इस फैसले के पीछे की रणनीति का खुलासा किया है। मोहम्मद सिराज सात साल तक RCB के साथ रहे और उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। अब वह गुजरात टाइटंस की टीम का हिस्सा हैं।
RCB के क्रिकेट डायरेक्टर मो बोबाट ने बताया कि RCB का लक्ष्य एक संतुलित और मजबूत गेंदबाजी लाइनअप तैयार करना था, जो विभिन्न परिस्थितियों में प्रभावी हो। उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर कुमार को टीम में शामिल करने की इच्छा थी, क्योंकि उनके अनुभव और स्विंग गेंदबाजी की कला RCB की रणनीति के लिए महत्वपूर्ण थी। बोबाट ने स्पष्ट किया कि सिराज को रिटेन करने से भुवनेश्वर को हासिल करना मुश्किल हो जाता, क्योंकि नीलामी में बजट और खिलाड़ियों की प्राथमिकता को संतुलित करना जरूरी था।
क्रिकबज से बात करते हुए, बोबाट ने कहा, ‘सिराज शायद वह खिलाड़ी हैं जिसके बारे में हमने सबसे ज्यादा सोचा था। भारतीय इंटरनेशनल गेंदबाज आसानी से नहीं मिलते। हमने सिराज के साथ हर संभव स्थिति पर चर्चा की, चाहे उसे रिटेन किया जाए, रिलीज किया जाए या राइट टू मैच का इस्तेमाल किया जाए। यह कोई सीधा फैसला नहीं था। हम भुवी को पारी के दोनों छोर पर लाने की कोशिश कर रहे थे। सिराज को टीम में बनाए रखने से यह मुश्किल हो जाता। कोई एक कारण नहीं होता, कई कारक इसमें भूमिका निभाते हैं।’
इसके साथ ही, बोबट ने यह भी खुलासा किया कि ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन को केवल चोट के कारण रिटेन नहीं किया गया। उन्होंने कहा, ‘अगर वह फिट होते, तो हम उन्हें लगभग निश्चित रूप से रिटेन कर लेते।’।