आईसीसी महिला वनडे विश्व कप 2025 का नया चैंपियन बनने का वक्त आ गया है, जब भारत और दक्षिण अफ्रीका रविवार, 2 नवंबर को नवी मुंबई के डी.वाई. पाटिल स्टेडियम में ऐतिहासिक फाइनल में आमने-सामने होंगी।
हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोमांचक सेमीफाइनल जीतकर फाइनल में जगह बनाई है और वे पहली बार वनडे विश्व कप खिताब जीतने का लक्ष्य रखेंगी। हालांकि, भारत लीग चरण में दक्षिण अफ्रीका से मिली करारी हार की हल्की यादों के साथ मैदान में उतरेगी। वहीं, दक्षिण अफ्रीका ने शानदार फॉर्म दिखाते हुए पहली बार महिला वनडे विश्व कप के फाइनल में अपनी जगह पक्की की है।
भारतीय टीम जब नवी मुंबई में इतिहास रचने के लिए तैयार है, वहीं लॉरा वोल्वार्ड्ट की कप्तानी वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम भी नया कीर्तिमान स्थापित करना चाहेगी। हाल के वर्षों में आईसीसी प्रतियोगिताओं के कई फाइनल में हार का सामना करने के बाद, वे इस बार हरमनप्रीत की टीम को टूर्नामेंट में दूसरी बार हराकर खिताब जीतना चाहेंगे।
**1. भारत के नए गेंद के गेंदबाज बनाम दक्षिण अफ्रीका का शीर्ष क्रम:**
हालांकि लीग चरण के मुकाबले (9 अक्टूबर) में जीत नहीं मिली, भारतीय टीम अपनी नई गेंद के गेंदबाजों के प्रभावशाली प्रदर्शन से आत्मविश्वास ले सकती है। उन्होंने प्रोटियाज को शुरुआती छह ओवरों में 18/2 पर ला दिया था, जिससे स्पिनरों को कमान संभालने और उन्हें 81/5 पर संघर्ष करने पर मजबूर करने का मौका मिला।
लॉरा वोल्वार्ड्ट (470 रन) टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं, लेकिन उनकी ओपनिंग जोड़ीदार तस्मीन ब्रिट्स लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई हैं। भारत के खिलाफ लीग मैच में ब्रिट्स थोड़ी दुर्भाग्यपूर्ण रहीं, लेकिन युवा खिलाड़ी क्रांति गौड़ ने शानदार कैच लपककर उन्हें पवेलियन भेजा। भारत के लिए एक और राहत की बात यह है कि तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर लीग चरण के मुकाबले में नहीं खेली थीं।
**2. मैरिजैन काप बनाम स्मृति मंधाना:**
महिला वनडे विश्व कप इतिहास की सबसे सफल विकेट लेने वालीं मैरिजैन काप नई गेंद से स्मृति मंधाना का सामना करेंगी, जो वर्तमान में वनडे रैंकिंग में नंबर 1 बल्लेबाज हैं। यह मुकाबला दर्शकों और करोड़ों टीवी दर्शकों के लिए किसी सपने से कम नहीं होगा।
काप अपने शानदार फॉर्म में हैं, उन्होंने सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 5/20 के प्रदर्शन से झूलन गोस्वामी का टूर्नामेंट रिकॉर्ड तोड़ा है। दूसरी ओर, मंधाना सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 24 रन बनाकर आउट हो गईं थीं। उन्होंने फाइनल तक पहुंचने के सफर में दो अर्धशतक और एक शतक लगाया है।
वनडे क्रिकेट में उनके पिछले आंकड़ों से पता चलता है कि वे एक-दूसरे का सम्मान करती हैं। काप ने मंधाना को 116 गेंदों में केवल एक बार आउट किया है, हालांकि भारतीय बल्लेबाज का स्ट्राइक रेट इस दौरान केवल 62 रहा है।
**3. जेमिमा रोड्रिग्ज बनाम दक्षिण अफ्रीका के मध्य-ओवर गेंदबाज:**
भारतीय मध्य क्रम की 25 वर्षीय स्टार जेमिमा रोड्रिग्ज सेमीफाइनल में मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराने के लिए 127*(नाबाद) रन बनाकर चर्चा का विषय बनी हुई हैं। हालांकि, तीन दिन के भीतर उसी सफलता को दोहराना एक नई चुनौती होगी।
जेमिमा रोड्रिग्ज पर अतिरिक्त ध्यान रहेगा, क्योंकि वे लीग चरण में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शून्य पर आउट हो गई थीं। हालांकि, लीग मैच और फाइनल के बीच तीन हफ्तों में बहुत कुछ बदल गया है। टूर्नामेंट में ड्रॉप होने और फिर वापसी करने के बाद, रोड्रिग्ज को संभवतः बाएं हाथ की स्पिनरों, विशेष रूप से क्लो ट्रायन और ननकुलेको म्लाबा से चुनौती मिलेगी, जिनमें से ट्रायन ने उन्हें पहले ही आउट किया है।
**4. दीप्ति शर्मा की कठिन परीक्षा बनाम दक्षिण अफ्रीका के दाएं हाथ के बल्लेबाज:**
दीप्ति शर्मा के पास टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड अकेले अपने नाम करने का सुनहरा मौका है, लेकिन विश्व कप फाइनल में उन्हें शायद सबसे दबाव भरा टेस्ट खेलना होगा।
इस टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले मैच में दीप्ति ने अनेके बॉश का शुरुआती विकेट लिया था, लेकिन दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों ने वापसी की और दीप्ति ने 1/54 के आंकड़े के साथ पारी समाप्त की। दीप्ति वर्तमान में ऑस्ट्रेलियाई सीमर एनबेल सदरलैंड के साथ संयुक्त रूप से सर्वाधिक विकेटों की सूची में शीर्ष पर हैं।
**5. नादिन डी क्लर्क बनाम भारत के डेथ ओवर गेंदबाज:**
नादिन डी क्लर्क का 54 गेंदों पर 84* रन का प्रदर्शन यकीनन भारतीय टीम की यादों में ताजा होगा, जिसने दक्षिण अफ्रीका के लिए जीत छीन ली थी और टूर्नामेंट मेजबान को चौंका दिया था।
दक्षिण अफ्रीका की पारी में गहराई से, जब नवी मुंबई में उच्च स्कोर की उम्मीद थी, तो डी क्लर्क के बल्ले से फिर से बड़े रन की उम्मीद होगी। इसके जवाब में, भारत की रणनीति एक अलग परिणाम दे सकती है। क्या वे बाएं हाथ की स्पिन को देर से खतरे का मुकाबला करने के लिए बचाएंगे? या फिर नंबर 8 बल्लेबाज के लिए संसाधनों को बचाकर रखा जाएगा? डी क्लर्क की बड़ी हिटिंग की संभावना हरमनप्रीत कौर को बहुत सोचने पर मजबूर करेगी, खासकर अगर दक्षिण अफ्रीका लीग चरण की तुलना में और भी मजबूत नींव रखता है।







