मन्नू मानिकपुरी
संवाददाता बिलासपुर :- बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण राजस्व अधिकारियों की बैठक ली, जिसमें उन्होंने विभिन्न राजस्व प्रकरणों के निराकरण की प्रगति की समीक्षा की। कलेक्टर ने बैठक में विशेष रूप से अवैध शराब के निर्माण और बिक्री पर रोक लगाने के लिए कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को कोचियों और दलालों पर पैनी नजर रखने के लिए भी कहा। कलेक्टर ने तहसीलदारों को पुलिस के साथ संयुक्त पेट्रोलिंग करने का निर्देश दिया, ताकि अवैध गतिविधियों पर प्रभावी रूप से नियंत्रण किया जा सके।
बैठक में कलेक्टर ने सड़क पर जन्मदिन मनाते हुए केक काटने वालों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उनका कहना था कि यह कार्रवाई सुरक्षा दृष्टिकोण से बेहद आवश्यक है, ताकि सार्वजनिक स्थलों पर होने वाली अव्यवस्थाओं को रोका जा सके। कलेक्टर ने इस बात पर संतोष जताया कि राजस्व मामलों के निराकरण की गति में अपेक्षित सुधार आया है, और यह गति भविष्य में भी बनी रहनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को यह स्पष्ट किया कि राजस्व मामलों में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जिन मामलों में लापरवाही दिखाई जाएगी, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा, कलेक्टर ने अपर कलेक्टर को निर्देश दिया कि जल्द ही राजस्व पखवाड़े का आयोजन किया जाए ताकि सभी लंबित राजस्व मामलों का शीघ्र निराकरण किया जा सके। कलेक्टर ने शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि यह कार्य स्थानीय प्रशासन के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने किसानों के पंजीकरण के काम को भी प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए और कहा कि यह कार्य अगले दस दिनों में पूरा किया जाना चाहिए।
बैठक के दौरान कलेक्टर ने विभिन्न महत्वपूर्ण राजस्व मामलों की भी समीक्षा की। इनमें अविवादित और विवादित नामांतरण एवं बंटवारे के मामले, सीमांकन, डायवर्सन, भू-भाटक, त्रुटि सुधार, अभिलेख दुरुस्ती, राजस्व न्यायालय की प्रगति रिपोर्ट, भू नक्शा, नजूल और स्वामित्व योजना शामिल थे। कलेक्टर ने कहा कि इन सभी मामलों में तेजी लाने की आवश्यकता है, ताकि लोगों को शीघ्र और सही तरीके से समाधान मिल सके।
कलेक्टर ने विशेष रूप से यह भी कहा कि राजस्व संबंधी मामलों में किसी भी पक्षकार को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। उनका मानना था कि यह सुनिश्चित करना अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि लोगों को राजस्व संबंधित समस्याओं के समाधान में कोई दिक्कत न हो। साथ ही, कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिया कि सभी राजस्व मामलों का नियमानुसार और पारदर्शी तरीके से समाधान किया जाए।
बैठक में उपस्थित एडीएम शिवकुमार बनर्जी, आरए कुरूवंशी, सहायक कलेक्टर तन्मय खन्ना सहित सभी एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने कलेक्टर के निर्देशों का समर्थन किया और आगामी समय में उनके अनुसार कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इस बैठक में अधिकारियों ने यह भी कहा कि वे कलेक्टर के निर्देशों का पालन करते हुए जल्द से जल्द सभी राजस्व मामलों का निपटारा करेंगे और प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता बनाए रखेंगे।
कलेक्टर के निर्देशों के अनुसार, अब राजस्व विभाग के अधिकारी अधिक सतर्कता के साथ काम करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि सभी राजस्व मामलों का समाधान शीघ्र, पारदर्शी और प्रभावी तरीके से किया जाए। साथ ही, कलेक्टर ने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की शिकायतों का तुरंत समाधान किया जाए और किसी भी पक्षकार को न्याय से वंचित न किया जाए। इस बैठक के बाद, यह स्पष्ट हो गया कि राजस्व विभाग अब और भी सक्रिय और तत्पर रहेगा, ताकि जिले के नागरिकों को बिना किसी परेशानी के अपनी समस्याओं का समाधान मिल सके।
कुल मिलाकर, कलेक्टर अवनीश शरण की यह बैठक राजस्व विभाग के कार्यों में सुधार और पारदर्शिता लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। उनके निर्देशों से यह स्पष्ट है कि प्रशासन अब और अधिक सजग होकर नागरिकों की समस्याओं का समाधान करेगा और किसी भी अवैध गतिविधि पर पूरी तरह से कड़ी नजर रखेगा।