दिल्ली के लक्ष्मी बाई कॉलेज के पास 20 वर्षीय छात्रा पर हुए एसिड अटैक मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। पुलिस ने पीड़ित छात्रा के पिता को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी जांच में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई है, क्योंकि इस मामले में अब तक कई विरोधाभास, पारिवारिक रंजिश और अलग-अलग बयानों की परतें सामने आई हैं।
यह घटना 26 अक्टूबर को सुबह करीब 10:52 बजे हुई थी। दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध नॉन-कॉलेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड की द्वितीय वर्ष की छात्रा को गंभीर चोटों के साथ दीप चंद बंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके हाथों पर तेजाब से जलने के निशान थे और पेट पर भी कुछ छींटे पड़े थे।
शुरुआती बयान में छात्रा ने जितेंद्र (28) नाम के एक पेंटर पर हमले का आरोप लगाया था, जो शादीशुदा है। छात्रा ने यह भी बताया था कि जितेंद्र उसे एक साल से परेशान कर रहा था और हमले से एक महीने पहले दोनों के बीच तीखी बहस हुई थी। छात्रा के अनुसार, जितेंद्र ने अपने साथियों ईशान और अरमान के साथ मिलकर बाइक से आकर उस पर तेजाब फेंका था, जब वह कॉलेज की अतिरिक्त क्लास के लिए जा रही थी।
फोरेंसिक जांच में एसिड की पुष्टि हो चुकी है। यह तेजाब काफी शक्तिशाली था और छात्रा के चेहरे को बचाने की कोशिश में उसके हाथों पर ज्यादा जलने के निशान आए, जिससे करीब पांच प्रतिशत तक जल गया। इस संबंध में भारतीय न्याय संहिता की धारा 124(1) और 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी।
हालांकि, जांच के घंटों बाद ही मामले में विरोधाभास सामने आने लगे। सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स (सीडीआर) और गवाहों के बयानों से पता चला कि जितेंद्र हमले के समय करोल बाग में एक पेंटिंग कॉन्ट्रैक्ट पर था और उसकी मोटरसाइकिल भी वहीं मौजूद थी। अपराध स्थल से जुड़े किसी भी फुटेज में जितेंद्र को हमले के दौरान या भागते हुए नहीं देखा गया। इसके अलावा, घटनास्थल के नमूनों की फोरेंसिक जांच में ऐसे निशान मिले जो तेजाब के तेज फेंके जाने के अनुरूप नहीं थे।
इसी बीच, पुलिस ने पीड़ित छात्रा के पिता को गाजियाबाद में एक रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार किया है। वह एक फैक्ट्री के मालिक हैं और कथित तौर पर घटना के संबंध में कुछ जानकारी छिपा रहे थे या प्राथमिक शिकायत को मजबूत करने के लिए विवरण गढ़ने का संदेह है। हालांकि, अभी तक एसिड अटैक एफआईआर में उन पर कोई औपचारिक आरोप नहीं लगाया गया है।
जांच में यह भी सामने आया है कि पीड़ित और आरोपियों के परिवारों के बीच पुरानी रंजिश है। जितेंद्र की पत्नी ने एसिड अटैक की घटना से दो दिन पहले ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि पीड़ित छात्रा के पिता, जो 2021 से 2024 तक उनके एक बंद हो चुके गारमेंट फैक्ट्री में काम करते थे, ने उनका यौन उत्पीड़न किया, जबरन शारीरिक संबंध बनाए और आपत्तिजनक तस्वीरें व वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल किया। इस मामले में अलग से एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है।
सीसीटीवी फुटेज से कुछ और सवाल खड़े हुए हैं। छात्रा अपनी स्कूटी से भाई के साथ निकली थी, जिसने उसे कॉलेज से कुछ ब्लॉक पहले ही उतार दिया था। इसके बाद वह ई-रिक्शा में बैठी थी। गिरफ्तार पिता से पूछताछ से इस मामले के कई अनसुलझे सवालों के जवाब मिलने की उम्मीद है।






