देवघर. पुराना सदर अस्पताल स्थित रक्त केंद्र में करीब एक साल से एलाइजा जांच मशीन खराब पड़ी हुई है. ऐसे में मरीजों को मिलने वाले खून की मैनुअल और रैपिड किट के माध्यम से जांच कर दी जा रही है. जबकि खून की जांच एलाइजा मशीन से होनी जरूरी है. रक्त केंद्र प्रभारी और सिविल सर्जन की ओर से रक्त केंद्र में एलइजा मशीन लगाने को लेकर विभाग को कई बार प्रस्ताव भेजा गया, लेकिन मशीन नहीं लगायी जा सकी है. इतना ही नहीं जिला प्रशासन भी मशीन लगाने को लेकर प्रक्रिया की, बावजूद रक्त केंद्र में एलाइजा मशीन नहीं लग सका. रक्त केंद्र में लगी मशीन से जांच में सही नहीं है केलिब्रेशन : रक्त केंद्र से मिली जानकारी अनुसार, रक्त केंद्र में वर्षों पहले एलाइजा मशीन लगायी गयी थी, जाे वर्तमान में खराब पड़ी हुई है. इस मशीन से जांच में रिपोर्ट सही नहीं आने के कारण इस मशीन से जांच नहीं की जा रहा है. ऐसे में किसी को संक्रमण नहीं हो, इसे लेकर रक्त केंद्र में खून की जांच किट से की जा रही है और मरीजों को मैनुअल जांच के बाद खून उपलब्ध कराया जा रहा है. रक्त केंद्र से मिली जानकारी अनुसार, रक्त केंद्र से प्रतिदिन 35 से 40 यूनिट रक्त का डोनेशन और सप्लाई होती है. इसमें थैलेसीमिया पीड़ित करीब तीन से चार मरीजों को खून उपलब्ध कराया जाता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
The post ब्लड सेंटर में नहीं लगी एलाइजा मशीन, हर बार सिर्फ भेजा जाता है प्रस्ताव appeared first on Prabhat Khabar.