Sports Trainers: रांची-झारखंड सरकार ने राज्य के खेल प्रशिक्षकों की लापरवाही पर सख्त रुख अपनाया है. खेल निदेशालय ने इस बाबत सारे डे-बोर्डिंग खेल प्रशिक्षण केंद्रों को पत्र भेज कर प्रशिक्षकों से सेंटर में चल रहे प्रशिक्षण की गतिविधियों पर रिपोर्ट मांगी है. वहीं, प्रशिक्षकों को सेंटर में रहने का भी प्रमाण जीआई टैग फोटो के जरिए देना होगा.
कई जिलों से मिली थी शिकायत
खेल विभाग को कई जिलों से शिकायत मिली थी. इसमें प्रशिक्षकों द्वारा नियमित अभ्यास सत्र नहीं कराने, खिलाड़ियों के चयन में पक्षपात करने और प्रशिक्षण स्थलों पर गैरहाजिरी की बात सामने आयी थी. इसे गंभीरता से लेते हुए खेल निदेशालय ने सभी जिला खेल अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में तैनात प्रशिक्षकों की निगरानी करें और अनुशासनहीनता पाये जाने पर तत्काल रिपोर्ट भेजें. विभाग का मानना है कि खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने में प्रशिक्षकों की भूमिका अहम होती है. ऐसे में खिलाड़ियों के प्रति प्रशिक्षकों की लापरवाही सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी.
बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम होगा लागू
राज्य के प्रत्येक डे-बोर्डिंग क्रीड़ा प्रशिक्षण केंद्रों में बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लागू करने का निर्णय लिया गया है. सभी जिला खेल पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक डे-बोर्डिंग क्रीड़ा प्रशिक्षण केंद्रों का निरीक्षण कर जांच प्रतिवेदन निदेशालय को भेजें. निदेशालय ने यह भी कहा है कि जिन प्रशिक्षण केंद्रों में बायोमेट्रिक सिस्टम नहीं लग सकता, उसकी सूची कारण के साथ भेजें.
कार्य में लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई : खेल निदेशक
खेल निदेशक संदीप कुमार ने कहा कि सारे प्रशिक्षकों का ग्रुप भी बनाया गया है, ताकि प्रत्येक दिन की गतिविधियों की जानकारी उसमें भेज सकें. इससे प्रशिक्षकों के कार्यों का भी मूल्यांकन हो पायेगा. उन्होंने कहा कि सभी जिला खेल पदाधिकारियों से कहा गया है कि जिले में जितने भी डे-बोर्डिंग सेंटर हैं, वहां खुद से जाकर वेरिफाई करें कि प्रशिक्षक हर दिन आ रहे हैं या नहीं. कार्य में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ उन्होंने कार्रवाई की बात कही है.
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