Agra के थाना जगदीशपुरा इलाके में एक सनसनीखेज और दिल दहला देने वाली हत्या का मामला सामने आया है। इस घटना में 35 वर्षीय शबीना और उसकी 8 वर्षीय बेटी इनाया की घर में निर्मम हत्या कर दी गई। यह कृत्य इतना भयावह था कि देखने वाले भी सन्न रह गए। घर से आ रही तीव्र दुर्गंध को महसूस कर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद यह भयावह घटना सामने आई। पुलिस ने जब घर पर पहुंच कर ताला तोड़ा तो दोनों मृतकों के शव कमरे के फर्श पर कंबल में लिपटे हुए पाए गए। हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने आरोपी अब्दुल रशीद को गिरफ्तार किया है।
हत्या का मामला और आरोपी का बयान
पुलिस द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार, शबीना और उसकी बेटी का शव 9 अप्रैल को घर के अंदर एक कमरे से बरामद किया गया। शवों की स्थिति देखकर पुलिस को हत्या की आशंका हुई और उसने मामले की जांच शुरू कर दी। घर पर ताला बंद था, जिसके कारण यह सवाल उठने लगा कि कहीं अपराधी को घर में कैद करने के बाद हत्या तो नहीं की गई? पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद आरोपी अब्दुल रशीद को बृहस्पतिवार रात गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने जो खुलासा किया, वह और भी चौंकाने वाला था। उसने बताया कि उसने अपनी पत्नी शबीना से शक किया था, क्योंकि उसे यह लगा कि उसकी पत्नी का किसी अन्य व्यक्ति से रिश्ता है।
अब्दुल रशीद ने पुलिस को यह भी बताया कि वह पहले छत्तीसगढ़ में काम करता था, लेकिन वहां उसे काम मिलना बंद हो गया और उसे खाने के लिए भी कुछ नहीं बचा था। इस स्थिति में वह वापस आगरा लौट आया था। रशीद का यह भी कहना था कि उसकी पत्नी अक्सर फोन पर किसी से बातें करती थी और घर के कामों में भी उसकी रुचि नहीं थी। इन सब कारणों से उसने अपनी पत्नी शबीना पर शक करना शुरू कर दिया था।
हत्याकांड की खौ़फनाक और जघन्य जानकारी
अब्दुल रशीद ने पुलिस के सामने यह स्वीकार किया कि 5 अप्रैल को उसकी पत्नी शबीना से किसी बात को लेकर उसका झगड़ा हुआ था। गुस्से में आकर उसने शबीना के सिर पर डंडे से कई बार प्रहार किया। लेकिन यही नहीं, जब उसकी बेटी इनाया ने अपनी मां को बचाने की कोशिश की, तो गुस्से में आकर उसने घर में पड़े ब्लेड से बेटी का गला रेत डाला। इस जघन्य हत्या के बाद उसने दोनों शवों को कमरे में बंद कर दिया और खुद वहां से फरार हो गया। इसके बाद वह छत्तीसगढ़ भागने के लिए निकल गया, लेकिन पुलिस ने उसकी कड़ी तलाश शुरू कर दी थी।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
अब्दुल रशीद को पुलिस ने बिचपुरी-पठौली मार्ग पर गिरफ्तार किया। जब पुलिस ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो उसने भागने के लिए फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लगी और वह घायल हो गया। घायल हालत में उसे गिरफ्तार कर अस्पताल भेज दिया गया। अब्दुल रशीद के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस अब उसके बाकी बयानों की जांच कर रही है।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
अब्दुल रशीद, जो एक मार्बल कारीगर है, ने 8 नवंबर 2024 को शबीना से शादी की थी। शबीना की पहली शादी से बेटी इनाया थी। शबीना के परिवार के अनुसार, वह अपने माता-पिता के साथ पहले ताजगंज में रहती थी, लेकिन एक साल पहले परिवार ने मकान बेचकर बदायूं में नया घर ले लिया था। शबीना की बड़ी बहन शबनम किरावली में रहती है, जहां शबीना खुद दूसरी शादी करने आई थी। बताया गया है कि रशीद की पहली पत्नी से भी विवाद चल रहा था और उसकी दूसरी पत्नी की संदिग्ध हालात में मृत्यु हो गई थी। इन सब घटनाओं के कारण रशीद का मानसिक स्थिति स्थिर नहीं था और उसने अपनी पत्नी और बेटी को इस हद तक चोट पहुँचाई।
परिवार और आसपास के लोग सदमे में
इस जघन्य हत्या के बाद शबीना और इनाया के परिवार वाले सदमे में हैं। शबीना के माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य लगातार आहत हैं और उन्हें यह विश्वास ही नहीं हो रहा कि उनके साथ इतनी बड़ी घटना घट गई है। इलाके के लोग भी इस घटना से स्तब्ध हैं और सभी का कहना है कि ऐसी वारदातों से समाज में डर का माहौल बनता है। शबीना के भाई ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनका परिवार अब इस दुखद घटना से उबरने का प्रयास कर रहा है, लेकिन यह घाव बहुत गहरा है।
पुलिस की भूमिका और अपराधी के खिलाफ सख्त कदम
पुलिस ने मामले की तह तक जाकर अब्दुल रशीद को पकड़ने में सफलता हासिल की, लेकिन यह भी साफ किया कि आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में पुलिस ने विशेष जांच दल गठित किया है और वह आरोपी के सभी कृत्यों की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि अब्दुल रशीद को शीघ्र कोर्ट में पेश किया जाएगा और उसका मनोवैज्ञानिक परीक्षण भी कराया जाएगा।
यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि घरेलू हिंसा को नज़रअंदाज़ करना किसी भी कीमत पर सही नहीं है। ऐसे मामलों में यदि समय रहते पुलिस को सूचित किया जाए तो कई जिंदगियों को बचाया जा सकता है।
आखिरी विचार
आगरा की यह हत्या की घटना समाज में बढ़ते अपराधों और मानसिक तनाव की गंभीरता को दर्शाती है। एक पति द्वारा अपनी पत्नी और बेटी की हत्या करना, यह न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामाजिक समस्या को भी उजागर करता है। ऐसे मामलों में समाज को जागरूक और सतर्क रहने की आवश्यकता है। पुलिस की कार्यवाही सराहनीय है, लेकिन यह जरूरी है कि हम सभी मिलकर ऐसे अपराधों को रोकने के लिए कदम उठाएं।