उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले की एक युवती उस वक्त दहशत में आ गई जब वह कुछ दिन के लिए अपनी बहन के घर Noida सेक्टर 22 में रहने गई थी। बहन की अनुपस्थिति में, रिश्तों की मर्यादा तोड़ते हुए उसका जीजा उस पर बुरी नज़र डालने लगा। मौका मिलते ही उसने युवती को अकेला पाकर जबरन पकड़ लिया और अश्लील हरकत करने की कोशिश की। युवती ने साहस दिखाते हुए उसका विरोध किया और खुद को किसी तरह छुड़ाकर वहां से निकल पाई।
बहन बाज़ार गई और जीजा की नीयत बिगड़ गई
घटना के समय युवती की बहन किसी आवश्यक कार्य से बाहर गई थीं। घर में अकेली मौजूद पीड़िता को जीजा ने गलत नीयत से पकड़ लिया और जबरदस्ती करने का प्रयास किया। पीड़िता ने इसका कड़ा विरोध किया, जिससे वह किसी तरह बच पाई। घटना के बाद वह तत्काल नोएडा छोड़कर फिरोजाबाद स्थित अपने घर लौट आई, लेकिन मुसीबत यहीं खत्म नहीं हुई।
जब पीछा नहीं छोड़ा जीजा ने
घर लौटने के बाद भी पीड़िता को उसके जीजा ने परेशान करना बंद नहीं किया। उसने युवती के मोबाइल पर लगातार अश्लील मैसेज, फोटो और वीडियो भेजना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, जब युवती ने इसका विरोध किया तो उसने धमकी दी कि वह उसे बर्बाद कर देगा और जान से मार देगा।
मटसेना पुलिस रही निष्क्रिय, फिर साइबर थाना बना सहारा
पहले तो पीड़िता ने इस पूरे मामले की जानकारी अपने स्थानीय मटसेना थाना पुलिस को दी और लिखित शिकायत सौंपी। लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं हुई। थक-हार कर पीड़िता ने फिरोजाबाद एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई। एसएसपी के निर्देश पर नोएडा के साइबर थाने में IPC की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
ऑनलाइन दवाइयां बेचने वाली युवती बनी शिकार
पीड़िता ने बताया कि वह अपनी बहन के घर नोएडा में रहकर ऑनलाइन दवाइयों की बिक्री करती थी। घर से ही उसका काम चलता था और बहन की गैरमौजूदगी में उसे इस शर्मनाक अनुभव से गुजरना पड़ा। युवती ने बताया कि जीजा द्वारा भेजे गए सभी अश्लील कंटेंट के स्क्रीनशॉट और वीडियो उसने पुलिस को सबूत के तौर पर सौंप दिए हैं।
साइबर क्राइम का बढ़ता चेहरा: घर की चारदीवारी भी अब सुरक्षित नहीं
यह घटना एक बार फिर इस बात को उजागर करती है कि साइबर अपराध और यौन उत्पीड़न की घटनाएं सिर्फ सार्वजनिक स्थानों तक सीमित नहीं रहीं। अब तो घर के अंदर, करीबी रिश्तों की आड़ में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। यह केस इस बात का प्रमाण है कि साइबर प्लेटफॉर्म्स का गलत इस्तेमाल किस तरह पीड़ित को मानसिक और सामाजिक रूप से प्रताड़ित कर सकता है।
समाज के लिए सबक: रिश्तों की आड़ में शोषण को ना करें नजरअंदाज़
यह मामला समाज के लिए एक चेतावनी है कि लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा केवल बाहरी दुनिया तक सीमित नहीं रह गई है। घर, रिश्ते और करीबी भी कई बार उनके लिए सबसे बड़े खतरे बन जाते हैं। ज़रूरत है सतर्कता, संवाद और कानून की मजबूती की।
पुलिस की भूमिका पर सवाल
मटसेना थाना पुलिस की लापरवाही से यह स्पष्ट होता है कि कई बार पीड़िताओं को समय पर न्याय नहीं मिल पाता। यदि शुरुआत में ही पुलिस त्वरित कार्रवाई करती, तो शायद पीड़िता को साइबर उत्पीड़न का सामना न करना पड़ता। अब जब मामला साइबर क्राइम सेल तक पहुंचा है, तो उम्मीद की जा रही है कि आरोपी पर सख्त कार्रवाई होगी।
क्या है आगे की कानूनी प्रक्रिया?
साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपी की कॉल डिटेल्स, चैट और भेजे गए मल्टीमीडिया कंटेंट की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी से पूछताछ कर गिरफ्तारी की जाएगी। पीड़िता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
डिस्क्लेमर (Disclaimer):
यह समाचार रिपोर्ट सोशल मीडिया पर साझा की गई जानकारी, प्राप्त इनपुट और पीड़िता द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत के आधार पर तैयार की गई है। इसमें प्रयुक्त विवरण, नाम और घटनाएं संबंधित शिकायत व उपलब्ध तथ्यों पर आधारित हैं। हमारी टीम ने खबर को अधिकतम सावधानी और पत्रकारिता सिद्धांतों के तहत प्रस्तुत किया है। यदि किसी पक्ष को इसमें आपत्ति या अतिरिक्त जानकारी साझा करनी हो, तो वे उचित माध्यमों से संपर्क कर सकते हैं।