उत्तर प्रदेश के Chitrakoot जनपद में एक ऐसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने समाज के रिश्तों को झकझोर कर रख दिया है। जहां एक मेहनती पति ने अपनी पत्नी के लिए सपनों का घर खड़ा किया, वहीं उसी पत्नी ने बच्चों सहित प्रेमी के साथ भागकर उस प्यार और विश्वास को तार-तार कर दिया।
एक सच्चा प्यार जो धोखे की बुनियाद पर टूटा
गांव का प्यार बना शहर की बदनामी का कारण
मारकुंडी थाना क्षेत्र के गोपीपुर गांव का रहने वाला आनंदी यादव एक साधारण मजदूर है, जिसने 2012 में अपने गांव की सजातीय युवती रंजना यादव से प्रेम विवाह किया। प्रेम की ऊंचाइयों को छूते इस जोड़े ने सामाजिक विरोध के बावजूद कोर्ट मैरिज की और ललितपुर जिले के तालबेहट कस्बे में जीवन की नई शुरुआत की।
पति ने सब कुछ किया, फिर भी मिला सिर्फ धोखा
घर-गृहस्थी बसाने के लिए आनंदी ने मजदूरी की, बच्चों की शिक्षा का ध्यान रखा और रंजना के हर शौक पूरे किए। लेकिन पत्नी का दिल किसी और पर आ गया था। उस किसी और का नाम था हरिलाल कुशवाहा, जो पड़ोसी था।
बेवफाई की शुरुआत: जब दोस्त बना दुश्मन
हरिलाल की एंट्री और पत्नी का बदलता व्यवहार
हरिलाल ने पहले आनंदी से दोस्ती की और धीरे-धीरे रंजना से नज़दीकियां बढ़ाने लगा। जब आनंदी काम पर जाता, हरिलाल बहाने से उसके घर पहुंच जाया करता। दोनों की घंटों चलने वाली फोन पर बातें धीरे-धीरे रिश्ता बन गईं।
पति की आंखों में धूल झोंकने का तरीका
आनंदी को जब पत्नी की हरकतों पर शक हुआ, तो उसने सवाल किए। रंजना ने नाटक किया, फोन तोड़ा और कहा कि उसका प्रेमी से कोई रिश्ता नहीं है। मासूम पति ने भरोसा कर लिया और एक बार फिर माफ कर दिया।
घर बेचकर शुरू की नई जिंदगी, लेकिन पत्नी ने रची बड़ी साजिश
चित्रकूट जाने की शर्तों से छलका पत्नी का असली चेहरा
कुछ समय बाद आनंदी ने रंजना से चित्रकूट में जाकर बसने की बात कही। लेकिन रंजना ने शर्त रख दी कि वो सिर्फ इस शर्त पर वहां जाएगी अगर पति और उसके परिवार का कोई सदस्य उसके साथ नहीं रहेगा। फिर क्या था, प्यार में अंधे आनंदी ने घर बेच दिया और किराए के मकान में रंजना को चित्रकूट में रख छोड़ा।
28 अप्रैल: जब सब कुछ बदल गया
फोन बंद कर बच्चों समेत हुई फरार
आनंदी मजदूरी के सिलसिले में बाहर चला गया और जब वापस लौटा तो उसका दिल बैठ गया। 28 अप्रैल को रंजना ने अपना फोन बंद कर लिया और बच्चों समेत गायब हो गई। कोई सुराग नहीं मिला।
पुलिस ने की कार्रवाई, लेकिन पत्नी के इरादे अडिग
20 मई को हुआ घटनाक्रम का पर्दाफाश
काफी मशक्कत के बाद 20 मई को पुलिस ने गल्ला मंडी चौकी में पत्नी रंजना, उसके प्रेमी हरिलाल और बच्चों को बरामद कर लिया। लेकिन आनंदी की आंखों में आँसू थे और दिल में उम्मीद कि शायद उसकी पत्नी फिर से उसके पास लौटे।
लेकिन पत्नी ने साथ चलने से कर दिया इनकार
आनंदी ने बच्चों की खातिर पत्नी से विनती की लेकिन रंजना का मन अब पूरी तरह बदल चुका था। उसने पति के साथ लौटने से इनकार कर दिया। अब पुलिस कोर्ट में रंजना का बयान दर्ज कर रही है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्यार, धोखा और सिस्टम की सच्चाई का आईना
क्या कहता है प्रशासन?
एएसपी सत्यपाल सिंह ने बताया कि आरोपी प्रेमी और पत्नी को बरामद कर लिया गया है। कोर्ट में पत्नी के बयान के आधार पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित पति अब अपने बच्चों की वापसी के लिए लड़ाई लड़ रहा है।
क्यों बार-बार दोहराई जा रही हैं ऐसी घटनाएं?
क्या समाज को पुनः सोचने की जरूरत है?
प्यार, भरोसा और रिश्ते जब बेवफाई की बलि चढ़ते हैं, तो सिर्फ एक परिवार नहीं, पूरा समाज प्रभावित होता है। आज जब महिलाएं समान अधिकारों की लड़ाई लड़ रही हैं, वहीं कुछ उदाहरण ऐसे भी हैं जो विश्वास को तोड़ने का काम करते हैं।
क्या यह केवल व्यक्तिगत मामला है या सामाजिक चेतावनी?
बेवफाई की घटनाएं समाज के मूल्यों पर सवाल खड़े कर रही हैं। यह घटना उन सभी रिश्तों के लिए चेतावनी है जहां एक व्यक्ति अंधे विश्वास के सहारे रिश्तों को निभा रहा होता है, लेकिन दूसरा उसे खंडहर बना देता है।
चित्रकूट की यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति की बेवफाई की कहानी नहीं, बल्कि समाज को एक गहरा संदेश देती है कि रिश्तों में पारदर्शिता और भरोसे की अहमियत को समझा जाए। एक मेहनतकश पति जिसने अपने खून-पसीने की कमाई से सपनों का घर बनाया, आज अकेला रह गया है। सवाल यह नहीं कि रंजना क्यों गई, सवाल यह है कि आनंदी जैसे हजारों लोग कब तक ऐसे धोखे झेलते रहेंगे?