आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारे जीवन का हिस्सा बनता जा रहा है। पर्सनल मार्गदर्शन से लेकर ऑफिस के काम में मदद तक, एआई उत्पादकता को बढ़ावा देने और जिंदगी को आसान बनाने में मदद कर रहा है। अब एआई का इस्तेमाल केवल होमवर्क, रिसर्च वर्क या फिर रूटीन टास्क तक सीमित नहीं रह गया है।
सरकार भी मेडिकल रिसर्च से लेकर ट्रांसपोर्ट सिस्टम तक में एआई का इस्तेमाल कर रही है। अब इसे एक कदम और आगे ले जाते हुए अमेरिकी सरकार ने अब एआई अपराधियों को पकड़ने और जुर्म पर लगाने के लिए एआई पावर्ड क्राइम प्रेडिक्शन सिस्टम को शुरू करने की घोषणा कर दी है। यह सिस्टम जुर्म होने से पहले ही संभावित घटना का अनुमान लगाने में मदद करेगा।
अमेरिका में सरकार ने डिटेल्ड, रियल टाइम और इंटरैक्टिव क्राइम मैप स्पैनिंग को डेवलप करने की भी घोषणा कर दी है। इस मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों का कहना है कि एआई पावर्ड सिस्टम अपराध होने से पहले ही “यह अनुमान लगाने में सक्षम होगा कि अपराध कहां होने की सबसे अधिक संभावना है। यह प्रोजेक्ट एडवांस डेटा एनालिसिस और इंटरैक्टिव मैपिंग को एक साथ लाएगी ताकि छोटी घटनाओं के गंभीर खतरों में बदलने से पहले ही उन्हें रोका जा सके।
AI कैसे करेगा मदद?
इंटरैक्टिव क्राइम मैप कई सोर्स से डेटा को कलेक्ट करेगा जैसे कि सोशल सर्विस, पुलिस रिकॉर्ड और लोकल काउंसिल आदि। पिछले अपराध की लोकेशन, बार-बार अपराध करने वालों के पैटर्न का विश्लेषण करेगा। यह प्रोजेक्ट सरकार के 500 मिलियन अनुसंधान एवं विकास मिशन का हिस्सा है और 2030 तक इस प्रोग्राम का पूरी तरह से शुरू होने की उम्मीद है। शुरुआती 4 मिलियन निवेश के साथ यूनिवर्सिटी, बिजनेस और टेक्नोलॉजी पार्टनर की रिसर्च टीम अप्रैल 2026 तक वर्किंग प्रोटोटाइप डिलीवर करने वाली हैं।
इन देशों में भी शुरू हुए थे एआई प्रोजेक्ट्स
गौर करने वाली बात यह है कि ऐसा पहली बार नहीं है जब एआई का इस्तेमाल क्राइम को रोकने के लिए किया जा रहा हो, इस तरह के प्रोजेक्ट्स पहले से लॉस एंजेलिस और शिकागो में लॉन्च किए जा चुके हैं। इन प्रोजेक्ट्स को शुरुआत में सफलता जरूर मिली लेकिन इन प्रोजेक्ट्स को कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा जिसके बाद इन्हें बंद कर दिया गया।