फोन खराब होने या टूटने पर, हम उसे मरम्मत के लिए दे देते हैं। लेकिन ऐसा करते समय हम कुछ गलतियाँ कर बैठते हैं जो हमारे लिए मुसीबत खड़ी कर सकती हैं। हाल ही में कोलकाता में एक महिला के साथ हुई घटना के बारे में शायद आप जानते होंगे, जिसमें रिपेयरिंग सेंटर पर उसकी प्राइवेट वीडियो लीक करने का आरोप लगा था।
यह घटना कल आपके साथ भी हो सकती है, इसलिए फोन को रिपेयरिंग सेंटर पर देने से पहले कुछ सावधानियां बरतने की आवश्यकता है।
**स्मार्टफोन के इन-बिल्ट फीचर का इस्तेमाल करें:**
रिपेयरिंग के लिए फोन देने से पहले कुछ ज़रूरी काम ज़रूर कर लें। आजकल ज्यादातर स्मार्टफोन्स में अनधिकृत एक्सेस से सुरक्षा के लिए एक फीचर दिया जाता है, जो अलग-अलग कंपनी के स्मार्टफोन्स में अलग-अलग नाम से मिलता है। सैमसंग और वनप्लस में यह फीचर ‘मेंटेनेंस मोड’ नाम से मिलेगा, जबकि Apple iPhone में यह ‘रिपेयर स्टेट’ नाम से दिखाई देगा। Google Pixel स्मार्टफोन्स में यह फीचर ‘रिपेयर मोड’ नाम से मिलेगा। इन सभी मोड्स को फोन की सेटिंग में जाकर एक्सेस किया जा सकता है। इस फीचर को ढूंढने के लिए, आप फोन की सेटिंग खोलकर सर्च बार में फीचर का नाम डालकर भी सर्च कर सकते हैं। ध्यान दें कि यह तरीका तभी काम आएगा जब आपका फोन खराब होने के बाद भी चल रहा हो।
* **बैकअप और रीसेट करें:** यदि फोन चालू है तो क्लाउड या लैपटॉप पर डेटा सेव करें या फिर फोन को रिपेयर पर देने से पहले फैक्टरी रीसेट जरूर करें।
* **सिम और मेमोरी कार्ड निकाल दें:** फोन को रिपेयरिंग के लिए देने से पहले इस बात को अच्छे से जांच लें कि फोन से सिम कार्ड और मेमोरी कार्ड निकाल लिया गया है या नहीं।
* **सुरक्षित फ़ोल्डर का उपयोग करें:** ज्यादातर स्मार्टफोन्स प्राइवेट फोटो और फाइलों को लॉक और छिपाने की सुविधा देते हैं, आप इस फीचर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।