ऑनलाइन गेमिंग बिल के पारित होने से गेमिंग उद्योग से जुड़ी कई कंपनियों पर असर पड़ेगा। Nazara Technologies का कहना है कि गेमिंग बिल के कारण PokerBaazi में कंपनी के 800 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश पर संकट मंडरा रहा है, हालांकि इससे कुल कमाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा। लोकसभा में बिल पेश और पारित होने के बाद से नाजारा कंपनी के शेयरों में भी भारी गिरावट आई है। गुरुवार यानी 21 अगस्त को भी इस कंपनी के शेयर बीएसई पर 11 प्रतिशत गिरकर 1085 रुपये पर आ गए। दो दिनों में कुल मिलाकर लगभग 23 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। नजारा टेक्नोलॉजी के सीईओ Nitish Mittersain ने एक इंटरव्यू में कहा कि कंपनी में हमारी लगभग 46% हिस्सेदारी है। अगर ऑनलाइन रियल मनी गेमिंग पर प्रतिबंध लगाया जाता है, तो निवेश जोखिम में पड़ सकता है। Nitish Mittersain ने फिर से स्पष्ट किया कि कंपनी की वित्तीय स्थिति पर कोई असर नहीं पड़ा है। नाजारा का कहना है कि रियल मनी गेमिंग रेवेन्यू का हमारी फाइनेंशियल परफॉर्मेंस में कोई योगदान नहीं था, इसलिए आगे भी, वित्तीय आंकड़ों में रियल मनी गेमिंग का कोई योगदान नहीं होगा। कंपनी मजबूती और लाभ के साथ आगे बढ़ती रहेगी। नियामकीय अनिश्चितता के बावजूद, मित्तरसेन ने कहा कि नाजारा का वैश्विक विविधीकरण उसके व्यवसाय की रक्षा करता है। हमारा 80% से अधिक राजस्व मुख्य गेमिंग आईपी के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से आता है, जिस पर हमारा ध्यान केंद्रित है। कंपनी को वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में 100% से ज्यादा का मुनाफा हुआ है और कंपनी का गेमिंग आईपी सेक्टर में अधिग्रहण जारी है।
Nazara का PokerBaazi पर दांव: क्या डूबेंगे 800 करोड़?
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