ऑनलाइन धोखाधड़ी: साइबर अपराधी ठगी के नए-नए तरीके खोजते रहते हैं, और सरकार लोगों को सतर्क करती रहती है। Cyber Dost (गृह मंत्रालय के अंतर्गत) लोगों को जागरूक करने में लगा रहता है। सरकार की चेतावनी के बावजूद, लोग गलतियाँ करते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं। अब, साइबर दोस्त ने NRI उपहार घोटाले के बारे में चेतावनी दी है, जिसमें बताया गया है कि कैसे ठग लोगों को निशाना बना रहे हैं।
माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफ़ॉर्म X पर एक पोस्ट में साइबर दोस्त ने बताया कि धोखेबाज खुद को NRI बताकर आपसे दोस्ती करते हैं, उपहारों का लालच देते हैं और फिर कस्टम में फंसा हुआ बताकर पैसे की मांग करते हैं। साइबर दोस्त ने न केवल इस बात की जानकारी दी है कि ठगी करने वाले कैसे जाल में फंसाते हैं, बल्कि इससे बचने के तरीकों के बारे में भी बताया है।
ठग इस तरह फंसाते हैं:
* सोशल मीडिया पर रिक्वेस्ट भेजते हैं।
* उपहार का झांसा देते हैं।
* कस्टम में फंसे होने का बहाना बनाकर पैसे मांगते हैं।
बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखें:
* कस्टम चार्ज के नाम पर पैसे न भेजें।
* संदिग्ध मैसेज को ब्लॉक और रिपोर्ट करें जिसमें पैसे की मांग की जा रही है।
अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है या आप घोटाले का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत 1930 (साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर) पर कॉल करें। आप हेल्पलाइन नंबर या cybercrime.gov.in पर शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं।