बाजार में सेकेंड हैंड iPhones की भरमार है, लेकिन उनमें से कई धोखाधड़ी वाले भी हो सकते हैं। हमेशा Amazon, BestBuy जैसी विश्वसनीय वेबसाइटों या Apple-सर्टिफाइड रिफर्बिश्ड उत्पादों पर ही भरोसा करें। खरीदने से पहले ग्राहक समीक्षाएँ और रिटर्न पॉलिसी ज़रूर पढ़ें। बहुत सस्ते ऑफर्स से सावधान रहें।
अधिकतर सेकेंड हैंड iPhones में पुरानी बैटरी लगी होती है, जिससे फोन का बैकअप अच्छा नहीं मिलता। Apple-सर्टिफाइड रिफर्बिश्ड iPhones नई बैटरी और बाहरी कवर के साथ आते हैं और उन पर 1 साल या 6 महीने की वारंटी भी मिलती है। फोन खरीदने से पहले बैटरी हेल्थ ज़रूर चेक करें।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म सेकेंड हैंड फोन्स की स्थिति बताने के लिए ग्रेडिंग सिस्टम (A, B, C) का इस्तेमाल करते हैं। A ग्रेड का मतलब है फोन लगभग नया जैसा है, जबकि C ग्रेड फोन में ज्यादा घिसावट हो सकती है। ग्रेडिंग को ध्यान से पढ़कर सही डील चुनें।
iPhone खरीदते समय ध्यान रखें कि वह बहुत पुराना मॉडल न हो। आमतौर पर तीन जनरेशन से ज्यादा पुराना iPhone लेने से बचें। पांच-छह साल पुराने iPhones को iOS अपडेट मिलना बंद हो जाता है, जिससे ऐप्स और सिक्योरिटी फीचर्स काम नहीं करेंगे।
आईफोन में पानी से नुकसान का पता लगाने के लिए Liquid Contact Indicator (LCI) दिया गया होता है, जो आमतौर पर सिम ट्रे के अंदर होता है। अगर यह लाल दिखाई देता है तो इसका मतलब है फोन पानी में भीग चुका है। खरीदने से पहले इसे चेक करना ज़रूरी है।