रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में 15 अगस्त को मुलाकात होने वाली है। हालांकि, इससे पहले रूस ने WhatsApp के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। WhatsApp पर आरोप है कि रूस उसके जरिए सुरक्षित बातचीत को रोकने की कोशिश कर रहा है। कंपनी का कहना है कि रूस ने मैसेजिंग ऐप पर कॉल्स पर पाबंदी लगाई है, ताकि वह अपने देश के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को बढ़ावा दे सके और इंटरनेट पर अधिक नियंत्रण रख सके। रूस ने कहा है कि उसने WhatsApp और टेलीग्राम पर कुछ कॉल्स को ब्लॉक करना शुरू कर दिया है, क्योंकि ये विदेशी ऐप्स धोखाधड़ी और आतंकवाद से जुड़े मामलों में पुलिस को जरूरी जानकारी देने में नाकाम रहे हैं। WhatsApp ने इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि वह दुनिया भर में लोगों को एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड बातचीत का मौका देने के लिए कोशिश जारी रखेगा।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब रूस MAX नामक एक नया मैसेजिंग ऐप लॉन्च कर रहा है, जो सरकारी सेवाओं से जुड़ा होगा। आलोचकों का कहना है कि इसके जरिए यूजर्स की निगरानी की जा सकती है। रूस ने पहले भी इस तरह की रणनीति अपनाई है, जैसे कि YouTube की स्पीड घटाकर वहां कंटेंट देखना मुश्किल कर दिया गया था।