अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, रविवार देर रात पाकिस्तान की सीमा के पास पूर्वी अफगानिस्तान में 6.0 तीव्रता का भूकंप आया। यूएसजीएस के अनुसार, भूकंप का केंद्र नंगरहार प्रांत के जलालाबाद के पास था और इसकी गहराई 8 किलोमीटर थी। भूकंप इतना तेज़ था कि इसके झटके भारत के कई हिस्सों, खासकर दिल्ली-एनसीआर में भी महसूस किए गए। इसके अलावा, पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
नंगरहार जन स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता नकीबुल्लाह रहीमी ने बताया कि 15 लोग घायल हुए हैं और उन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया है। उसी प्रांत में लगभग 20 मिनट बाद दूसरा भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 4.5 थी और गहराई 10 किलोमीटर थी। यह रविवार को स्थानीय समयानुसार रात 11:47 बजे आया।
7 अक्टूबर, 2023 को अफगानिस्तान में 6.3 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके बाद तेज़ झटके भी आए। तालिबान सरकार का अनुमान है कि कम से कम 4,000 लोग मारे गए। संयुक्त राष्ट्र ने मरने वालों की संख्या काफ़ी कम, लगभग 1,500 बताई थी। यह हाल के दिनों में अफ़ग़ानिस्तान में आई सबसे घातक प्राकृतिक आपदा थी।
अफगानिस्तान में बीते एक महीने में 5वीं बार भूकंप आया है। यह देश भूकंप के लिहाज से संवेदनशील इलाका है, जहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं। इससे पहले 27 अगस्त को 5.4 तीव्रता, 17 अगस्त को 4.9 तीव्रता, 13 अगस्त को 10 किलोमीटर की गहराई पर 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था। 8 अगस्त को, 10 किलोमीटर की गहराई पर 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था।
भूकंप की जांच रिक्टर स्केल से होती है, जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। इसे इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का अंदाजा होता है।