अफगानिस्तान में भूकंप का कहर जारी है। शुक्रवार रात को एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.0 मापी गई। यह हाल के दिनों में आया तीसरा बड़ा भूकंप था, जिससे लोगों में दहशत है। हालांकि, फिलहाल किसी बड़े नुकसान या हताहत होने की खबर नहीं है।
दरअसल, बीते रविवार को आए भीषण भूकंप से तबाह हुए पहाड़ी गांवों से सैकड़ों शव बरामद किए गए, जिससे मरने वालों की संख्या 2,200 से अधिक हो गई है। 6.0 तीव्रता के भूकंप से गांव तबाह हो गए और लोग मलबे में दब गए, सबसे अधिक नुकसान कुनार प्रांत में हुआ, जहां लोग मिट्टी और लकड़ी के घरों में रहते हैं।
इस्लामिक रिलीफ चैरिटी के अनुसार, प्रांत की लगभग 98% इमारतें क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गई हैं। सहायता एजेंसियों ने कर्मचारियों और आपूर्ति की सख्त जरूरत बताई है। एक नागरिक ने बताया कि भूकंप के कारण भूस्खलन हुआ जिससे उनका घर, मवेशी और सामान दब गए।
गुरुवार देर रात, नांगरहार प्रांत के जलालाबाद में 5.6 तीव्रता का भूकंप आया, हालांकि कोई नुकसान नहीं हुआ। नूरगल में संयुक्त राष्ट्र के एक चिकित्सा शिविर में रह रहे लोगों ने बताया कि उनके पास आश्रय नहीं है और वे खुले में रहने को मजबूर हैं। तालिबान के प्रवक्ता ने बताया कि मृतकों की संख्या 2,205 हो गई है और बचाव अभियान जारी है। राहत कार्यों में धन की कमी भी बाधा डाल रही है।