भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है, जिससे बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। इसी बीच, एक शोध में अमेज़ॅन के जंगलों में कम होती बारिश के कारणों का पता चला है। अमेज़ॅन दुनिया का सबसे बड़ा उष्णकटिबंधीय जंगल है, जो नौ देशों में फैला है। शोध के अनुसार, 1985 से 2020 के बीच सूखे मौसम में बारिश में लगभग 21 मिलीमीटर की कमी आई है। शोध में पाया गया कि घटती बारिश के लिए पेड़ों की कटाई सबसे ज्यादा जिम्मेदार है, जिसमें जलवायु परिवर्तन का भी योगदान है। ब्राजील की साओ पाउलो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में हुई स्टडी में पाया गया कि बारिश में आई कमी का लगभग तीन-चौथाई हिस्सा पेड़ों की कटाई के कारण है। पेड़ों की कटाई के कारण तापमान भी बढ़ा है, जिससे सूखा और बढ़ सकता है। शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि अगर पेड़ों की कटाई जारी रही, तो अमेज़ॅन जंगल और भी सूखा और गर्म हो जाएगा, जिससे वहां के जीव-जंतुओं और समुदायों के लिए खतरा बढ़ जाएगा।
अमेज़ॅन के पेड़ जलवायु के लिए महत्वपूर्ण हैं, जो हवा में पानी छोड़ते हैं और क्षेत्र में 40% से अधिक बारिश में योगदान करते हैं। जंगलों की कटाई से यह चक्र बाधित होता है। शोध में कहा गया है कि जंगल में 1% की कमी से हर साल बारिश लगभग 3 मिमी घट जाती है।
अमेज़ॅन ने 2023 और 2024 में रिकॉर्ड तोड़ सूखा देखा, जिससे नदी परिवहन बाधित हुआ और हाइड्रोपावर पर दबाव बढ़ा। जलवायु परिवर्तन के कारण वैश्विक उत्सर्जन भी इस सूखे का एक कारण है, लेकिन पेड़ों की कटाई का स्थानीय प्रभाव तुरंत दिखाई देता है। 2024 में ब्राजील के अमेज़ॅन में पेड़ों की कटाई में 30.6% की गिरावट आई, जो पिछले नौ वर्षों में सबसे कम थी, लेकिन आग ने 46 लाख हेक्टेयर से अधिक जंगल जला दिया।