ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो को तख्तापलट की साजिश रचने के आरोप में 27 साल 3 महीने की जेल की सजा सुनाई गई है। सुप्रीम कोर्ट के 5 में से 4 जजों ने उन्हें दोषी पाया। 70 वर्षीय बोल्सोनारो ने 2022 के चुनावों में हार के बाद नए राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा की सरकार को गिराने की योजना बनाई थी।
इस साजिश के लिए अधिकतम 43 साल की सजा हो सकती थी, लेकिन उनकी उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए सजा कम कर दी गई। बोल्सोनारो फिलहाल घर में नजरबंद हैं और उन्होंने किसी भी गलत काम से इनकार किया है। बोल्सोनारो इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के 11 जजों की पीठ में अपील करेंगे। बोल्सोनारो पर 3 लोगों की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप है, जिसमें राष्ट्रपति लूला, उपराष्ट्रपति गेराल्डो अल्कमिन और एलेक्जेंडर डी मोरेस शामिल थे। बोल्सोनारो आर्मी के पूर्व कैप्टन रह चुके हैं और उन्हें आपराधिक संगठन का नेतृत्व करने का दोषी ठहराया गया, जिसका उद्देश्य 2023 की शुरुआत में लूला को पदभार ग्रहण करने से रोकना था। इस फैसले पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नाराजगी जताई और इसे राजनीतिक बदला बताया। उन्होंने ब्राजील से आने वाले सामान पर 50% टैरिफ लगाने पर विचार करने की भी बात कही, जिससे दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों में तनाव बढ़ सकता है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी फैसले को गलत बताया। पहले ही एक अलग मामले में बोल्सोनारो के 2030 तक चुनाव लड़ने पर रोक लग चुकी है। अब माना जा रहा है कि वे अगले साल किसी उत्तराधिकारी को तैयार कर सकते हैं जो लूला दा सिल्वा को अगले चुनाव में चुनौती दे सके।