कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद रविवार को भारत की आधिकारिक यात्रा पर दिल्ली पहुंचीं। इस यात्रा के दौरान, वह भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगी। यह मुलाकात कनाडा की इंडो-पैसिफिक रणनीति का एक अहम हिस्सा है, जिसका उद्देश्य इन देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग को बढ़ावा देना है।
नई दिल्ली में होने वाली बैठकों में व्यापार विविधीकरण, ऊर्जा परिवर्तन और सुरक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में रणनीतिक सहयोग के ढांचे को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह यात्रा न केवल कूटनीतिक संबंधों को प्रगाढ़ करेगी, बल्कि व्यापार और आर्थिक अवसरों को भी बढ़ावा देगी।
दिल्ली के अलावा, मंत्री आनंद मुंबई का भी दौरा करेंगी। वहां वह कनाडाई और भारतीय व्यवसायों से मुलाकात करेंगी। इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य कनाडा और भारत दोनों में निवेश, रोजगार सृजन और आर्थिक अवसरों को बढ़ावा देना होगा।
अपनी यात्रा के दौरान, आनंद सिंगापुर और चीन भी जाएंगी। सिंगापुर में, वह विदेश मंत्री से मिलकर दक्षिण पूर्व एशिया में कनाडा के एक महत्वपूर्ण भागीदार के साथ सहयोग को और मजबूत करेंगी। यह मुलाकात कनाडा और सिंगापुर के राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है। वह आसियान सदस्य देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर प्रगति को भी उजागर करेंगी और 2026 तक वार्ता संपन्न करने के महत्व पर जोर देंगी।
चीन में, आनंद चीनी विदेश मंत्री के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेंगी, क्योंकि दोनों देश राजनयिक संबंध स्थापित करने के 55 साल पूरे कर रहे हैं। मंत्री आनंद ने इस यात्रा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि कनाडा की घरेलू मजबूती के लिए विदेशों में मजबूत और स्थिर साझेदारियां आवश्यक हैं। वह इंडो-पैसिफिक देशों के लिए कनाडा को एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में स्थापित करने के प्रयासों पर काम करेंगी।