एयर इंडिया कनिष्क बम धमाके की 40वीं वर्षगांठ पर, जिसमें 329 लोगों की जान चली गई थी, कनाडा ने ‘मिस्टर एक्स’ की पहचान कर ली है। रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) ने इस मामले के एक महत्वपूर्ण हिस्से को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई है। यह सफलता जांच में एक बड़ा कदम है, क्योंकि ‘मिस्टर एक्स’ दशकों तक अज्ञात रहा। आरसीएमपी के सहायक आयुक्त डेविड टेबौल ने पुष्टि की कि ‘मिस्टर एक्स’ की मौत हो गई है, लेकिन उन्होंने गोपनीयता का हवाला देते हुए उसका नाम नहीं बताया। जांच से पता चला कि ‘मिस्टर एक्स’ 4 जून 1985 को ब्रिटिश कोलंबिया के डंकन गए थे, जहां उन्होंने तलवारिंदर सिंह परमार और इंद्रजीत सिंह रेयत के साथ मिलकर बम का परीक्षण किया। कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा (CSIS) के एजेंटों ने विस्फोट को सुना, लेकिन उसे गोलीबारी समझ लिया और हस्तक्षेप करने में विफल रहे। एयर इंडिया फ्लाइट 182 को खालिस्तानी आतंकवादियों ने बम से उड़ा दिया था, जो मॉन्ट्रियल से मुंबई के लिए लंदन में रुकते हुए जा रहा था, जिसमें सवार सभी 329 लोगों की मौत हो गई।