चीन बीजिंग में अपनी सैन्य परेड में नवीनतम हथियारों का प्रदर्शन करेगा, जिसमें रूस, ईरान और उत्तर कोरिया के नेता शामिल होंगे। यह परेड जापान पर चीन की जीत और द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित की जा रही है। इस शक्ति प्रदर्शन को अमेरिकी सैन्य प्रभुत्व के लिए एक चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।
परेड में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, उत्तर कोरिया के किम जोंग-उन और ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन भी शामिल होंगे। डिफेंस एक्सपर्ट्स रिहर्सल के दौरान देखी गई एंटी शिप मिसाइलें, हाईटेक अंडरवाटर ड्रोन और एंटी मिसाइल सिस्टम का विश्लेषण कर रहे हैं। माना जा रहा है कि ये हथियार 3 सितंबर को बीजिंग के तियानमेन चौक के पास से गुजर सकते हैं।
परेड में दिखाए जाने वाले हथियारों में कई मीटर लंबी चार नई एंटी-शिप मिसाइलें शामिल हैं, जिनमें YJ-15, YJ-17, YJ-19 और YJ-20 शामिल हैं। YJ का मतलब बाज का हमला है। ये मिसाइलें जहाजों या विमानों से दागी जा सकती हैं। YJ-17, YJ-19 और YJ-20 हाइपरसोनिक मिसाइलें हैं, जो ध्वनि की गति से पांच गुना तेज उड़ सकती हैं। इनके अलावा, दो नए अंडरवाटर ड्रोन भी देखे गए हैं।
HQ-29 को लेकर भी चर्चा है, जिसे कुछ चीनी विशेषज्ञ सैटेलाइट हंटर कहते हैं, जो पृथ्वी के वायुमंडल के बाहर मिसाइलों को रोकने में सक्षम है। एक विशाल लेजर डिफेंस सिस्टम भी देखा जा सकता है, जो मिसाइलों और ड्रोन को मार गिराने में सक्षम है। इसके अतिरिक्त, परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें और नए बख्तरबंद वाहन भी परेड में शामिल होने की संभावना है।