
चीन ने पाकिस्तान को आठ उन्नत हंगोर-श्रेणी की पनडुब्बियों में से तीसरी पनडुब्बी सौंप दी है। यह कदम इस्लामाबाद की नौसैनिक ताकत को मजबूत करके हिंद महासागर में पाकिस्तान की बढ़ती उपस्थिति को समर्थन देने के चीन के प्रयासों का हिस्सा है। चीन के सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने जानकारी दी कि तीसरी पनडुब्बी का जलावतरण समारोह मध्य चीन के वुहान में आयोजित किया गया। चीन द्वारा पाकिस्तान के लिए बनाई जा रही आठ पनडुब्बियों में से दूसरी पनडुब्बी इसी साल मार्च में सौंपी गई थी। यह उन चार आधुनिक नौसैनिक लड़ाकू पोतों के अतिरिक्त है जिन्हें चीन ने पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान को दिया है। यह आपूर्ति अरब सागर में चीनी नौसेना के विस्तार और बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह के विकास के बीच पाकिस्तान की नौसैनिक ताकत को बढ़ाने का प्रयास है। पाकिस्तान के रक्षा विभाग के एक बयान के अनुसार, हंगोर श्रेणी की पनडुब्बी के अत्याधुनिक हथियार और उन्नत सेंसर क्षेत्रीय शक्ति संतुलन को बनाए रखने और समुद्री स्थिरता सुनिश्चित करने में सहायक होंगे। स्टॉकहोम अंतरराष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान (सिपरी) की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने पाकिस्तान के 81 प्रतिशत से अधिक सैन्य हार्डवेयर की आपूर्ति की है। पिछले पांच वर्षों में पाकिस्तान के प्रमुख ऑर्डर में जासूसी जहाज, युद्धक टैंक और लड़ाकू विमान शामिल हैं। चीन ने 2022 में पाकिस्तानी वायुसेना को जे-10सीई लड़ाकू विमानों की पहली खेप सौंपी थी, जो दोनों देशों द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित जेएफ-17 लड़ाकू विमानों के अतिरिक्त है। चीनी सैन्य विशेषज्ञों के अनुसार, हंगोर श्रेणी की पनडुब्बी पानी के अंदर मजबूत लड़ाकू क्षमता से लैस है।





