ड्रोन युद्ध का भविष्य हैं, और हर देश इस तकनीक में महारत हासिल करने की दौड़ में है। इसी बीच, ब्रिटेन ने एक ऐसे घातक हथियार का अनावरण किया है जो सबसे तेज ड्रोनों और मिसाइलों को भी पलक झपकते ही नष्ट कर सकता है। ‘ड्रैगनफायर’ नामक यह लेजर प्रणाली अब 650 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ने वाले ड्रोनों को ट्रैक करके खत्म करने में सक्षम है। स्कॉटलैंड में सफल परीक्षणों के बाद, अब इसे रॉयल नेवी में तैनात करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

ड्रैगनफायर उच्च गति वाले हवाई खतरों को सटीकता से बेअसर कर सकता है। £316 मिलियन (लगभग 3,711 करोड़ रुपये) के अनुबंध के तहत, MBDA UK इस प्रणाली को 2027 तक टाइप-45 विध्वंसक जहाजों पर स्थापित करेगा। इस परियोजना से लगभग 600 उच्च-स्तरीय रोजगार सृजित होंगे।
यह लेजर प्रणाली 50 किलोवाट की शक्ति प्रदान करती है। 2017 में लंदन के DSEI प्रदर्शनी में पहली बार प्रदर्शित होने के बाद, तकनीकी बाधाओं और COVID-19 महामारी के कारण इसके विकास में देरी हुई। हालांकि, 2022 में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण ने इसके परिचालन महत्व को बढ़ा दिया। 2022 में स्थिर परीक्षण सफल रहे, जिसके बाद 2024 में उड़ते लक्ष्यों पर भी परीक्षण किए गए।
टाइप-45 विध्वंसक जहाज, जो 40 मेगावाट से अधिक शक्ति प्रदान करने वाले ट्विन रोल्स-रॉयस गैस टर्बाइनों से लैस हैं, ड्रैगनफायर के लिए आदर्श प्लेटफॉर्म प्रदान करते हैं।
ड्रैगनफायर के एक लेजर शॉट की लागत मात्र £10 (लगभग 1,200 रुपये) है, जो 10 सेकंड तक फायर कर सकता है। जब तक बिजली उपलब्ध है, तब तक इसे लगातार फायर किया जा सकता है। यह पारंपरिक मिसाइलों या हथियारों की तुलना में कहीं अधिक सस्ता और कुशल है। 2023 और 2024 में, टाइप-45 विध्वंसक एचएमएस डायमंड ने लाल सागर में हौथी विद्रोहियों के ड्रोनों और एक बैलिस्टिक मिसाइल को सफलतापूर्वक नष्ट किया। इन परीक्षणों से पता चला कि लेजर हथियार सीमित संसाधनों के साथ भी उल्लेखनीय परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि ड्रैगनफायर सिर्फ एक हथियार नहीं, बल्कि रक्षा रणनीति में एक क्रांति है। यह तेज, छोटे या सस्ते ड्रोन और मिसाइल हमलों का तुरंत और किफायती जवाब प्रदान करता है। यह प्रणाली ब्रिटेन की NATO और वैश्विक रक्षा क्षमताओं को मजबूत करती है। MBDA UK, Leonardo UK, Qinetiq और DSTL ने मिलकर इस अगली पीढ़ी की लेजर तकनीक को साकार किया है।
ड्रैगनफायर भविष्य के युद्ध का भी प्रतीक है। अगली पीढ़ी के लेजर ऊर्जा हथियार अब पारंपरिक गोला-बारूद पर निर्भर नहीं हैं। सरकारी-औद्योगिक सहयोग से विकसित, यह प्रणाली उच्च गति वाले खतरों पर तुरंत प्रतिक्रिया करती है। ब्रिटेन अब वैश्विक रक्षा नवाचार में अग्रणी है और छोटे, तेज हमले वाले उपकरणों को अभूतपूर्व सटीकता से बेअसर करने में सक्षम है।





