गाजा समझौते में मिस्र की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती जा रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गाजा में शांति स्थापित करने के लिए 20-सूत्रीय प्रस्ताव पेश किया है, जिसमें युद्ध विराम के बाद की स्थिति का विवरण भी शामिल है। प्रस्ताव में फिलिस्तीन विकास प्राधिकरण के भविष्य के स्वरूप पर एक टीम के गठन का उल्लेख है, जिसका नेतृत्व स्वयं ट्रम्प करेंगे।
अमेरिका से मिली जानकारी के अनुसार, गाजा में सैन्य संचालन और प्रशासनिक कार्यों की जिम्मेदारी शुरू में मिस्र को सौंपने की तैयारी है। मिस्र के प्रशिक्षित जवान गाजा में कानून व्यवस्था बनाए रखेंगे। मिस्र शुरुआत में गाजा के लिए लगभग 3,000 जवानों को प्रशिक्षित करेगा।
अरब देशों ने जब गाजा के विकास के लिए अमेरिका से संपर्क किया, तो यह तय हुआ कि फिलिस्तीन में विकास के लिए अरब देश निवेश करेंगे। इसी दौरान सैन्य संचालन और कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई। इसी बातचीत में मिस्र को यह काम सौंपने की बात कही गई।
मिस्र, कतर के साथ मिलकर इजराइल और हमास के बीच शांति समझौते के लिए प्रयास कर रहा है। मिस्र इजराइल के साथ सीमा साझा करता है और उसके पास मजबूत सैन्य शक्ति भी है।
मिस्र में हमास का नेटवर्क भी है। 9 सितंबर को दोहा में इजराइल द्वारा हमास के शीर्ष कमांडरों को मारने के लिए किए गए हमले पर मिस्र ने अमेरिका को चेतावनी दी थी। मिस्र ने कहा था कि अगर इजराइल उसके क्षेत्र पर हमला करता है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजराइल पर हमला किया था, जिसके बाद से इजराइल और हमास के बीच गाजा और खान यूनुस में युद्ध जारी है। हमास और इजराइल के बीच जारी युद्ध में 66 हजार फिलिस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं। इजराइल का दावा है कि हमास के 90 प्रतिशत हथियार भी नष्ट हो चुके हैं।