फ्रांस में एक वीडियो स्ट्रीमर राफेल ग्रेवन की मौत का मामला चर्चा में है, जिन्हें ऑनलाइन जीन पॉरमेनॉव के नाम से भी जाना जाता था। 46 वर्षीय राफेल की मौत लाइवस्ट्रीम के दौरान हुई, जिससे ऑनलाइन ट्रोलिंग और अपमान का संदेह हुआ। हालांकि, ऑटोप्सी रिपोर्ट में हिंसा का कोई संकेत नहीं मिला है। पुलिस का मानना है कि मौत का कारण मेडिकल स्थिति या ड्रग्स हो सकते हैं। राफेल थायराइड का इलाज करवा रहे थे और उन्हें हृदय संबंधी समस्याएं भी थीं। रिपोर्ट्स के अनुसार, ग्रेवेन ने शारीरिक हिंसा और नींद की कमी जैसी यातनाएं झेलीं। लाइव स्ट्रीम के दौरान, उन्हें बेहोश देखकर प्रशंसकों को चिंता हुई, जिसके बाद पुलिस उनके घर पहुंची जहां उन्हें मृत पाया गया। एक दर्शक ने कथित तौर पर एक व्यक्ति को उन पर पानी की बोतल फेंकते देखा था, जबकि वह बेसुध थे। फ्रांसीसी अखबार ले मोंडे के मुताबिक, ग्रेवेन अपमानजनक और हिंसा से जुड़ी ऑनलाइन चीजों में शामिल थे। अधिकारियों का कहना है कि उन्हें हाल के महीनों में लगातार दुर्व्यवहार और सार्वजनिक अपमान का सामना करना पड़ा।
फ्रांसीसी स्ट्रीमर राफेल ग्रेवन की मौत: जांच में नया मोड़, ऑटोप्सी रिपोर्ट ने बढ़ाई उलझन
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