चीन के विदेश मंत्री वांग यी की भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई, जिसके बाद भारत और चीन के बीच संबंधों में सुधार की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। दोनों देशों के बीच 2020 में गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद तनाव पैदा हो गया था।
वांग यी ने एनएसए अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात की। दोनों पक्षों ने सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने और सीमा विवादों को जल्द सुलझाने पर सहमति जताई है। इसके अतिरिक्त, सीमा व्यापार को फिर से शुरू करने, सीधी हवाई सेवा बहाल करने और कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए भारतीय तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ाने पर भी सहमति बनी है।
दोनों देशों के बीच कई अन्य मुद्दों पर भी सहमति बनी है, जिनमें सीमा विवाद के समाधान की दिशा में काम करना, विशेषज्ञ समूहों का गठन, सैन्य बलों की संख्या में कमी पर चर्चा, पर्यटकों और पेशेवरों को वीजा देना, और बहुपक्षवाद को बढ़ावा देना शामिल है। पिछले 9-10 महीनों में दोनों देशों के रिश्तों में काफी सुधार हुआ है, और अब द्विपक्षीय संबंध पहले से अधिक ठोस हो गए हैं।