ईरान की संसद ने हाल ही में एक नया कानून पारित किया है, जिसमें अमेरिका और इजराइल के लिए जासूसी करने वालों के खिलाफ सख्त सजा का प्रावधान है, यहां तक कि मौत की सजा भी शामिल है। यह कदम इजराइल के साथ 12 दिन तक चले संघर्ष के बाद उठाया गया है, जिसमें अमेरिका ने इजराइल का समर्थन किया था। नए कानून के अनुसार, जासूसी को ‘धरती पर भ्रष्टाचार’ माना जाएगा, जो ईरान में सबसे गंभीर आरोपों में से एक है। इसके अतिरिक्त, बिना लाइसेंस वाले इंटरनेट उपकरणों का उपयोग, खरीद-फरोख्त या परिवहन भी अपराध माना जाएगा, जिसके लिए जेल की सजा हो सकती है। राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने वाले विदेशी चैनलों को वीडियो और तस्वीरें भेजने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।






