हाल ही में पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच हुए रक्षा समझौते पर ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस समझौते का स्वागत करते हुए इसे क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
इस समझौते के तहत, यदि पाकिस्तान या सऊदी अरब पर कोई हमला होता है, तो इसे दोनों देशों पर हमला माना जाएगा और दोनों देश मिलकर इसका जवाब देंगे। यह समझौता पिछले हफ्ते रियाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच हुआ था।
ईरानी राष्ट्रपति ने कहा कि ईरान, सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच हुआ यह समझौता मुस्लिम देशों के बीच सुरक्षा, रक्षा और राजनीतिक सहयोग को बढ़ावा देगा। उन्होंने इसे पश्चिम एशिया में एक व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की शुरुआत बताया।
ईरान और सऊदी अरब के रिश्ते पहले तनावपूर्ण रहे हैं, लेकिन 2023 में चीन की मध्यस्थता के बाद दोनों देशों के रिश्ते सुधर रहे हैं। राष्ट्रपति पेजेश्कियन ने इस दौरान परमाणु हथियार बनाने के ईरान के किसी भी इरादे से इनकार किया और कहा कि ईरान परमाणु बम नहीं चाहता है। उन्होंने यह भी कहा कि यूरोपीय देशों का ईरान के प्रति रवैया दुर्भावनापूर्ण है और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के 2015 के परमाणु समझौते से हटने के कारण ईरान को अपनी परमाणु नीति पर दोबारा विचार करना पड़ा।