इजराइल ने यमन की राजधानी सना पर एक बड़ा हमला किया है। इस हमले में उसने हूती विद्रोहियों को निशाना बनाया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इजरायली सेना ने सना में स्थित ऊर्जा केंद्रों पर हमला किया। सना फिलहाल हूती आतंकवादियों के नियंत्रण में है।
इजराइल रक्षा बलों ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, ‘सना, यमन में हूती आतंकवादी शासन के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिसमें राष्ट्रपति भवन स्थित एक सैन्य स्थल, अदार और हिजाज बिजली संयंत्र, और ईंधन भंडारण स्थल शामिल हैं, ये सभी हूती शासन की सैन्य गतिविधि के लिए उपयोग किए जाते थे। ये हमले इजराइल पर मिसाइलों और यूएवी से हूती हमलों के जवाब में किए गए थे। ईरान द्वारा समर्थित हूती, आतंकवाद के उद्देश्यों के लिए नागरिक बुनियादी ढांचे का शोषण करना जारी रखते हैं।’
आईडीएफ के अनुसार, इन सभी स्थलों का उपयोग हूतियों द्वारा आतंकवादी गतिविधियों के लिए किया जा रहा था। आईडीएफ ने कहा कि उसने जवाबी हमले किए हैं। हाल ही में, हूतियों ने मिसाइलों और यूएवी का उपयोग करके इजराइल पर हमले किए। हूती आतंकवादी संगठन ईरान के निर्देशन में काम करता है, जो उसे धन भी प्रदान करता है।
अल जज़ीरा ने बताया कि यमनी राजधानी पर इजराइल के हमले में कम से कम दो लोग मारे गए और पांच घायल हो गए। इजरायली सेना ने कहा कि उसने हूती सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया, जिसमें राष्ट्रपति भवन में एक स्थल और असर और हिजाज बिजली संयंत्र शामिल हैं।
इस हमले में इजरायली वायु सेना के लगभग एक दर्जन विमानों का इस्तेमाल किया गया था, साथ ही ईंधन भरने वाले विमान भी थे, और सेना का कहना है कि यह हूतियों द्वारा इजराइल के खिलाफ किए जा रहे लगातार हमलों की प्रतिक्रिया है।