
इजराइल ने एक नई तकनीक अपना ली है जिससे वह ईरान और यमन के हूती विद्रोहियों पर और भी घातक हमले कर सकता है। यह तकनीक है सैटेलाइट्स की, जो दुश्मन के ठिकानों की वास्तविक समय में जानकारी जुटाकर हमले की रणनीति बदलने में सक्षम है। इजराइल ने अपनी सैटेलाइट टेक्नोलॉजी को उन्नत किया है, जिससे वह चंद सेकंड में तय कर सकता है कि किस ठिकाने को निशाना बनाना है। ओफेक-सीरीज सैटेलाइट्स, ईरोस सैटेलाइट्स और ड्रोर-1 कम्युनिकेशन सैटेलाइट इजराइल की खुफिया जानकारी जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। ड्रोर-1 सैटेलाइट इजराइल को संचार के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाता है। इजराइल ईरान और हूतियों पर लगातार नजर रख रहा है और आवश्यकतानुसार तुरंत कार्रवाई करने के लिए तैयार है।






