भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) साल के अंत तक अमेरिका के ब्लू-बर्ड-6 उपग्रह को लॉन्च करने की तैयारी में है। यह 6.5 टन वजनी संचार उपग्रह होगा। इसरो प्रमुख डॉ. वी. नारायणन ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी।
यह सहयोग जुलाई में नासा-इसरो सिंथेटिक अपर्चर रडार मिशन (NISAR) की सफल लॉन्चिंग के बाद आया है। डॉ. नारायणन ने एक मीडिया ब्रीफिंग में बताया, “ब्लू-बर्ड एक संचार उपग्रह है। हमें उपग्रह मिल गया है और हम लॉन्च पर काम कर रहे हैं। लॉन्च वाहन का निर्माण कार्य चल रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि तारीख की घोषणा प्रधानमंत्री द्वारा उपयुक्त समय पर की जाएगी और लक्ष्य इस साल के अंत से पहले इसे पूरा करना है।
यह ब्लॉक-2 ब्लू-बर्ड संचार उपग्रह अमेरिका स्थित AST SpaceMobile द्वारा विकसित किया गया है। इसे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा से भारत के सबसे शक्तिशाली रॉकेट, LVM3 पर लॉन्च किया जाएगा। 6.5 टन वजनी ब्लू-बर्ड-6 सबसे भारी वाणिज्यिक उपग्रहों में से एक है। यह लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) उपग्रह 19 अक्टूबर को अमेरिका से भारत पहुंचा था।
डॉ. नारायणन ने देश के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, गगनयान मिशन की प्रगति पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि गगनयान मिशन के लिए विकास कार्य लगभग पूरा हो चुका है, जिसमें लगभग 85 से 90 प्रतिशत उप-प्रणाली स्तर की गतिविधियां अंतिम रूप दी जा चुकी हैं। “हम अब एकीकृत परीक्षण और सॉफ्टवेयर सत्यापन कर रहे हैं। मानवयुक्त उड़ान से पहले तीन मानव रहित मिशन सुरक्षा और सिस्टम विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए लॉन्च किए जाएंगे,” उन्होंने कहा।